Shahpura Election Results 2023: जानें, शाहपुरा (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

शाहपुरा विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 209091 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 66538 ने निर्दलीय उम्मीदवार आलोक बेनीवाल को वोट देकर जिताया था, जबकि 62683 वोट पा सके कांग्रेस प्रत्याशी मनीष यादव 3855 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Shahpura Election Results 2023: जानें, शाहपुरा (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के पूर्व क्षेत्र में मौजूद है जयपुर जिला, जहां बसा है शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र, जो अनारक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 209091 मतदाता थे, और उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार आलोक बेनीवाल को 66538 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार मनीष यादव को 62683 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 3855 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में शाहपुरा विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार रावराजेंद्र सिंह ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 57021 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार आलोक बेनीवाल को 54624 वोट मिल पाए थे, और वह 2397 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र सिंह को कुल 44536 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी आलोक दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 37321 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 7215 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.