कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने को लेकर यूपीए सरकार में मंत्री रहे पी चिदंबरम ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने NDTV से की खास बातचीत में कहा कि जिस गति के साथ इस मामले में ट्रायल कोर्ट ने कार्रवाई की और बाद में राहुल गांधी को अयोग्य घोषित किया गया, उसे देखकर तो उसेन बोल्ड भी आश्चर्य में पड़ जाएंगे. मुझे लगता है कि ऐसे मामलों में ये आज तक की सबसे कठोर सजा है.
पी चीदंबरम ने NDTV से कहा कि पीयूष गोयल या सरकार इसे समझाने की कोशिश क्यों नहीं कर रही है. किसी की निंदा करने के लिए किसी को आज तक दो साल की सजा कब हुई है? यह दर्शाता है कि आप एक कानून का सहारा लेकर विपक्ष के एक सदस्य को चुप करा सकते हैं.
गौरतलब है कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के मुद्दे पर कांग्रेस के साथ तकरीबन सभी विपक्षी पार्टियां खड़ी दिख रही है.इस फैसले के विरोध में सोमवार को तृणमूल की अचानक एंट्री हुई, जिसने सभी को चौंका दिया. इसे विपक्षी एकता की एक दुर्लभ उपलब्धि में से एक माना जा रहा है, क्योंकि तृणमूल कांग्रेस ने कहा था कि वह भाजपा और कांग्रेस से समान दूरी बनाए रखेगी. आज कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में बड़ी रणनीति बैठक हुई, जिसमें प्रसून बनर्जी और जवाहर सरकार ने टीएमसी का प्रतिनिधित्व किया.
बताया जा रहा है कि इस बैठक में संसद से राहुल गांधी की अयोग्यता पर विपक्ष की रणनीति पर चर्चा हुई. पार्टी ने कहा कि विपक्ष को एकजुट होना चाहिए, भले ही वे अन्य मुद्दों पर संयुक्त मोर्चे से खुद को दूर कर रहे हों.
राहुल गांधी की अयोग्यता पर विरोध स्वरूप कांग्रेस सांसदों ने काले कपड़े पहने थे. तेलंगाना में कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के साथ "काले कपड़े" विरोध में शामिल हुई. माफी की मांग को लेकर भाजपा पर राहुल गांधी के "सावरकर नहीं" तंज कसने के बाद, उद्धव ठाकरे ने रविवार को उन्हें चेतावनी दी थी कि सावरकर को नीचा दिखाने से विपक्षी गठबंधन में "दरार" पैदा होगी.
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