आज विपक्षी इंडिया गुट की समन्वय समिति की पहली बैठक होने जा रही है. जिसमें सीट-बंटवारे के फार्मूले पर बातचीत और लोकसभा चुनाव से पहले प्रचार रणनीति का एजेंडे में प्रमुख होगा. विपक्ष के 14 सदस्यीय अहम पैनल की बैठक शाम दिल्ली में एनसीपी नेता शरद पवार के आवास पर होगी. सूत्रों ने कहा कि कई विपक्षी दलों के नेताओं ने जल्द सीट-बंटवारे का फार्मूला तैयार करने की मांग की है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोकसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ विपक्ष की ओर से एक संयुक्त उम्मीदवार खड़ा किया जाए.
चुनाव अभियान के खर्च पर भी फोकस
हालांकि, कई नेताओं ने कहा कि पार्टियों को इस तरह के फॉर्मूले पर पहुंचने के लिए "अपने अहंकार" और "निहित स्वार्थों" को छोड़ना होगा. मानदंडों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है, यह हाल के चुनावों में किसी विशेष सीट पर पार्टियों के प्रदर्शन पर आधारित होने की संभावना है. मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि सीट बंटवारे के मुद्दे पर विचार किया जाएगा, भले ही कल की बैठक में इसे अंतिम रूप नहीं दिया जा सके. सूत्रों ने कहा कि नेता भाजपा से मुकाबला करने के लिए चुनाव अभियान के व्यापक खर्च पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे.
राघव चड्ढा ने क्या कहा
बैठक से पहले, पैनल के सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि इसमें लोगों तक पहुंचने, संयुक्त रैलियों की योजना बनाने और घर-घर अभियान चलाने जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी, जो प्रत्येक राज्य के लिए अलग-अलग होंगे. राघव चड्ढा ने कहा, "इस गठबंधन को सफल बनाने के लिए प्रत्येक राजनीतिक दल को तीन चीजों का त्याग करना होगा - महत्वाकांक्षा (महत्वाकांक्षा), मतभेद (मतभेद) और मनभेद."
विपक्ष के इंडिया ब्लॉक की समन्वय सह चुनाव रणनीति समिति में 14 सदस्य हैं - के सी वेणुगोपाल (कांग्रेस), टी आर बालू (डीएमके), हेमंत सोरेन (जेएमएम), संजय राउत (शिवसेना-यूबीटी), तेजस्वी यादव (आरजेडी), राघव चड्ढा (आप), जावेद अली खान (एसपी), ललन सिंह (जेडीयू), डी राजा (सीपीआई), उमर अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस), महबूबा मुफ्ती (पीडीपी), अभिषेक बनर्जी (टीएमसी), और सीपीआईएम से एक सदस्य.
सीपीआईएम का प्रतिनिधित्व कौन करेगा, इस पर फैसला होना बाकी
अभिषेक बनर्जी, जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने उसी दिन पेश होने के लिए बुलाया था, बैठक में शामिल नहीं होंगे. सीपीआईएम ने अभी तक समिति के लिए किसी सदस्य को नामित नहीं किया है और वह बैठक में भी अनुपस्थित रहेगी. पार्टी सूत्रों ने कहा कि सीपीआईएम का प्रतिनिधित्व कौन करेगा, इस पर फैसला 16-17 सितंबर को होने वाली पोलित ब्यूरो की बैठक में लिया जाएगा. जून में पटना में विपक्षी गुट की पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्येक सीट से सबसे मजबूत उम्मीदवार को चुना जाएगा.
ब्लॉक की तीसरी बैठक के बाद 1 सितंबर को जारी प्रस्ताव में कहा गया है कि पार्टियां "जहां तक संभव हो" एक साथ चुनाव लड़ेंगी, और विभिन्न राज्यों में सीटों के बंटवारे की व्यवस्था "तुरंत शुरू" की जाएगी और "जल्द से जल्द" संपन्न की जाएगी. ".विपक्षी नेताओं के अनुसार, जबकि महाराष्ट्र, तमिलनाडु और बिहार जैसे राज्यों को सुलझा लिया गया है, दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल जैसे अन्य राज्य चुनौतीपूर्ण होने की संभावना है.
अंतिम तैयारियों को दी जाएगी तवज्जों
बैठक में आने वाले दिनों में होने वाले अभियानों और रैलियों को अंतिम रूप देने पर भी ध्यान दिया जाएगा. नेता विभिन्न उप-समूहों जैसे अभियान समिति, मीडिया पर कार्य समूह, अनुसंधान और सोशल मीडिया उप-समूहों की बैठकों में लिए गए निर्णयों पर भी नज़र रखेंगे. एक सूत्र ने कहा, "एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाएगा जिसमें कार्यक्रम क्या होंगे और अभियान कहां आयोजित किया जाएगा, इन सब पर विचार-विमर्श किया जाएगा."
नेता विभिन्न उप-समूहों जैसे अभियान समिति, मीडिया पर कार्य समूह, अनुसंधान और सोशल मीडिया उप-समूहों की बैठकों में लिए गए निर्णयों पर भी नज़र रखेंगे. एक सूत्र ने कहा, "एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाएगा जिसमें कार्यक्रम क्या होंगे और अभियान कहां आयोजित किया जाएगा, इन सब पर विचार-विमर्श किया जाएगा."
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं