दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में बीटेक की छात्रा को क्रेन से कुचलने के आरोपी ड्राइवर की जमानत को रद्द करने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट मंगलवार जल्द कर सकता है सुनवाई. 13 दिसंबर 2024 को इस मामले में पिता की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार और आरोपी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. छात्रा दिव्यांशी के पिता कुलभूषण शर्मा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जमानत देने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. 21 अक्टूबर 2024 को हाईकोर्ट ने आरोपी क्रेन ड्राइवर विकास भाटी को जमानत दे दी थी.
क्या है पूरा मामला?
एडवोकेट अनुप्रिया यादव के माध्यम से दाखिल अपनी याचिका में छात्रा के पिता ने सुप्रीम कोर्ट से आरोपी की जमानत रद्द करने की गुहार लगाई है. याचिका में पिता ने कहा है कि हाईकोर्ट ने इस बात पर ध्यान देने में विफल रहा कि यह घटना क्रेन चालक के जानबूझकर किए गए व्यवहार और छात्रा की कार की चाबी छीनने को लेकर हुए विवाद के कारण हुई, जिसमें उसने छात्रा को नीचे फेंक दिया गया और काफी दूर तक घसीटा. इसलिए आरोपी को जमानत देने के फैसले को पलटा जाना चाहिए.
पूरी कहानी जानें
दरअसल दिसंबर 2023 में ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क केबी मार्ट के पास क्रेन चालक की लापरवाही से बीटेक छात्रा दिव्यांशी की मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने क्रेन चालक विकास भाटी को गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक, क्रेन चालक विकास भाटी निवासी डाबरा की गलती से पहले छात्रा की कार का शीशा टूट गया था. छात्रा ने भुगतान के लिए कहा तो विकास क्रेन और छात्रा की कार की चाबी लेकर भागा था. उसी दौरान छात्रा को क्रेन से कुचल दिया, जिसमें छात्रा की मौत हो गई.
कार में डीजल की जगह पेट्रोल
दिल्ली के निरंकारी कॉलोनी मुखर्जी नगर की रहने वाली 22 वर्षीय दिव्यांशी ग्रेनो से बीटेक की पढ़ाई कर रही थी. वह कार से दिल्ली से कॉलेज आती जाती थी. उसकी कार में डीजल की जगह पेट्रोल डाल दिया गया. इस वजह से कार में तकनीकी खराबी आ गई थी. कॉलेज में ही कार बंद हो गई थी. मैकेनिक ने कहा कि टो करा लीजिए छात्रा ने ऑनलाइन क्रेन बुक की.
क्रेन के ड्राइवर से लड़ाई की वजह
क्रेन चालक विकास भाटी जब गाड़ी को टो कर रहा था तो क्रेन चालक क्रेन को तेज ओर गलत तरीके से चला रहा था और उसने एक ऑटो को ओवरटेक किया और ऑटो में टक्कर मार दी जिससे गाड़ी का लेफ्ट साइड का रियर व्यू मिरर टूट गया. दिव्यांशी ने फोन करकर उससे क्रेन रोकने के लिए बोला और कहा के आप गलत तरीके से क्रेन चला रहे हो हमे आपके साथ नहीं जाना ओर आपने हमारा नुकसान भी कर दिया और मिरर भी तोड़ दिया.
हत्या कर फरार हुआ ड्राइवर
क्रेन चालक इस बात को लेकर विवाद कर रहा था के मेने नहीं मारा. इतने में ऑटो वाला भी वही आ गया ओर जब उसने ओर उसमें बैठी सवारियों ने क्रेन चालक को बोला तब उसने माना उसके बाद उसने गाड़ी वही उतार दी और गाड़ी की चाबी लेकर क्रेन में बैठ गया. ओर जब दिव्यांशी उससे गाड़ी की चाबी मांगने गई तो उसने दिव्यांशी का हाथ पकड़ कर क्रेन तेजी से चलाई ओर 30 से 40 मीटर दिव्यांशी को घसीटता ले गया और फिर मुक्का मार कर उसको गिरा दिया उसके बाद गाड़ी का पिछला टायर उसपर चढ़ा कर भाग गया.
घटना के दौरान छात्रा के तीन दोस्त भी मौजूद थे, जब तक दोस्तों ने शोर मचाया तब तक छात्रा की मौत हो चुकी थी. पोस्टमार्टम में उसके फेस पर मुक्के का निशान था और गाड़ी चढ़ने की वजह से उसके इंटरनल ऑर्गन क्रश हो गए थे. बाद में पुलिस ने जब क्रेन ड्राइवर को गिरफ्तार किया तो गाड़ी की चाबी भी उससे रिकवर की. जो अभी तक पुलिस की कस्टडी में हैं. दिव्यांशी के पिता ने पुलिस स्टेशन में जाकर चाबी की पहचान भी की थी.
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