तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) के बेटे उदयनिधि स्टालिन और डीएमके सांसद ए राजा के खिलाफ दायर याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने पहले की याचिका के साथ जोड़ दी है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने दोनों ही नेताओं को नोटिस जारी करने से इनकार किया है. इसी मामले पर पिछले हफ्ते दाखिल एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट उदयनिधि स्टालिन और तमिलनाडु सरकार समेत 14 लोगों को नोटिस जारी कर चार हफ्ते में जवाब मांग चुका है.
याचिकाकर्ता विनीत जिंदल ने अपनी याचिका मे कहा है कि उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को खत्म करने का बयान दिया, लेकिन फिर भी तमिलनाडु पुलिस द्वारा उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. याचिकाकर्ता ने ये भी आरोप लगाया है कि इस मामले में दिल्ली पुलिस को भी शिकायत दी गई थी, लेकिन उसने भी एफआईआर दर्ज नहीं की. तमिलनाडु सरकार की तरफ से याचिका का विरोध किया गया. कहा गया कि ये एक पब्लिसिटी इंट्रेस्ट पिटीशन है एक याचिका पर नोटिस जारी हो चुका है. और इस तरह की कुल 40 याचिकाएं दाखिल हुई है अलग अलग कोर्ट में. और राज्य सरकार को ऐसे मे सभी याचिकाओं पर जवाब देना मुश्किल भरा काम है.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन और डीएमके सांसद ए राजा के खिलाफ दायर एक और याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की. याचिकाकर्ता विनीत जिंदल ने अपनी याचिका मे कहा है कि उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को खत्म करने का बयान दिया, लेकिन फिर भी तमिलनाडु पुलिस ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. याचिकाकर्ता ने आगे कहा कि मामले में दिल्ली पुलिस को भी शिकायत दी गई थी, लेकिन उसने भी एफआईआर दर्ज नहीं की.
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