गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट (फाइल फोटो)।
नई दिल्ली:
सुप्रीम कोर्ट में गुजरात के पूर्व आईपीएस ऑफिसर संजीव भट्ट की याचिका पर सुनवाई शुरू हो गई है। भट्ट ने अपने खिलाफ दर्ज दो एफआईआर की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच की मांग की है। इस मामले में भट्ट ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत कुछ लोगों पर आरोप लगाया है कि वे इन मामलों में जांच को प्रभावित कर रहे हैं। इस केस में उन्हें भी पार्टी बनाया जाना चाहिए।
मामले की सुनवाई गुरुवार को भी होगी। भट्ट की ओर से पेश इंदिरा जयसिंह ने चीफ जस्टिस के कोर्ट में कहा कि भट्ट के खिलाफ 2011 में वकील तुषार मेहता ने ईमेल लीक की एफआईआर दर्ज कराई थी और एक दंगों से संबंधित मामला भी है।
अमित शाह के खिलाफ अवमामना का मामला चलाने की मांग
पहले भट्ट इनकी सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे लेकिन केंद्र में सरकार बदलने के बाद उन्हें लगता है कि सीबीआई सही जांच नहीं कर सकेगी, इसलिए मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट अपनी निगरानी में एसआईटी का गठन करे। साथ ही कोर्ट इस सुनवाई में अमित शाह को भी शामिल करे। भट्ट ने अपनी याचिका में कहा है कि गुजरात सरकार के हलफनामे अमित शाह और दूसरे आरोपियों को दिए गए, इसलिए उन पर अवमानना का मामला भी चलाया जाना चाहिए।
मामले की सुनवाई गुरुवार को भी होगी। भट्ट की ओर से पेश इंदिरा जयसिंह ने चीफ जस्टिस के कोर्ट में कहा कि भट्ट के खिलाफ 2011 में वकील तुषार मेहता ने ईमेल लीक की एफआईआर दर्ज कराई थी और एक दंगों से संबंधित मामला भी है।
अमित शाह के खिलाफ अवमामना का मामला चलाने की मांग
पहले भट्ट इनकी सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे लेकिन केंद्र में सरकार बदलने के बाद उन्हें लगता है कि सीबीआई सही जांच नहीं कर सकेगी, इसलिए मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट अपनी निगरानी में एसआईटी का गठन करे। साथ ही कोर्ट इस सुनवाई में अमित शाह को भी शामिल करे। भट्ट ने अपनी याचिका में कहा है कि गुजरात सरकार के हलफनामे अमित शाह और दूसरे आरोपियों को दिए गए, इसलिए उन पर अवमानना का मामला भी चलाया जाना चाहिए।
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