
- पीएम मोदी रविवार को बेंगलुरु-बेलगावी, कटड़ा-अमृतसर और नागपुर-पुणे वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे.
- देश में वंदे भारत ट्रेन सेवाओं की संख्या बढ़कर 150 हो जाएगी. अब तक 6.3 करोड़ से अधिक यात्री सफर कर चुके हैं.
- एक ऐतिहासिक उपलब्धि के तहत, पंजाब से पहली बार मालगाड़ी कश्मीर घाटी के अनंतनाग पहुंची है.
देश को तीन नई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात मिलने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 10 अगस्त को इन नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. इनमें बेंगलुरु-बेलगावी वंदे भारत, श्रीमाता वैष्णो देवी कटड़ा–अमृतसर वंदे भारत और नागपुर (अजनी)–पुणे वंदे भारत शामिल हैं. कटड़ा वंदे भारत ट्रेन से वैष्णो देवी मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी सुविधा हो जाएगी. इसके अलावा, रेलवे ने पहली बार कश्मीर घाटी तक मालगाड़ी पहुंचाकर नया इतिहास रचा है.
इन नई वंदे भारत ट्रेनों से कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी. कर्नाटक में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या अब 11 (22 सेवाएं) हो जाएगी. जम्मू कश्मीर में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या बढ़कर 5 (10 सेवाएं) हो जाएगी. इसी तरह पंजाब में अब कुल 5 वंदे भारत ट्रेनें चलेंगी, जो 10 सेवाएं उपलब्ध कराएंगी.
नई वंदे भारत ट्रेनें और प्रमुख स्टेशन
KSRबेंगलुरु-बेलगावी वंदे भारत एक्सप्रेस
प्रमुख स्टेशन: बेंगलुरू, धारवाड़, हुब्बलि, हावेरी, दावणगेरे, तुमकुर और यशवंतपुर, बेलगावी.
नागपुर (अजनी)–पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस
प्रमुख स्टेशन: पुणे, वर्धा, बडनेरा, शेगांव, अकोला, भुसावल, जलगांव, मनमाड़, कोपरगांव, अहिल्यानगर, दौंड कॉर्ड लाइन, नागपुर.
श्रीमाता वैष्णो देवी कटड़ा–अमृतसर वंदे भारत एक्सप्रेस
प्रमुख स्टेशन: कटड़ा, जम्मू तवी, पठानकोट कैंट, जालंधर शहर और ब्यास, अमृतसर.
वंदे भारत ट्रेनों की खासियतें
सेमी-हाईस्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बनी हैं और 'कवच' सिस्टम से लैस है, जो ट्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित करती है. इन ट्रेनों में फोल्डेबल स्नैक्स टेबल, मोबाइल चार्जिंग पोर्ट, आरामदेह सीट, मॉडर्न टॉयलेट और इन्फोटेनमेंट जैसी सुविधाएं भी हैं. हर कोच में GPS आधारित रियल-टाइम ट्रैकिंग सिस्टम लगा है, जिससे यात्रियों को आने वाले स्टेशन की जानकारी, स्पीड और लोकेशन की सूचना मिलती रहती है.
घाटी में विकास को नए पंख, पहुंची मालगाड़ी
एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए पंजाब के रूपनगर से पहली बार एक मालगाड़ी कश्मीर घाटी के अनंतनाग गुड्स शेड तक पहुंची है. यह कश्मीर घाटी को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह मालगाड़ी करीब 600 किलोमीटर की दूरी 18 घंटे से भी कम समय में पूरी करके अनंतनाग पहुंची. मालगाड़ी के 21 वैगन में सीमेंट लदा था. इसका इस्तेमाल कश्मीर घाटी में सड़कों, पुलों और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्टों में किया जाएगा. घाटी में मालगाड़ी की सेवाएं शुरू होने से आर्थिक विकास का एक नया अध्याय शुरू हो सकेगा.
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