पटना:
बिहार के जमुई जिले से चोरी हुई भगवान महावीर की ऐतिहासिक मूर्ति को बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने सिकन्दरा थाने के अंतर्गत बिछवे गांव से शनिवार देर रात करोड़ों रुपये मूल्य की भगवान महावीर की इस मूर्ति को बरामद किया। करीब 2,600 साल पुरानी यह मूर्ति 27 नवंबर को चोरी हो गई थी।
इससे पहले राज्य की नीतीश कुमार सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। यहां तक कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मुख्यमंत्री से इस मामले में बात की थी।
गौरतलब है कि बिहार की राजधानी पटना से करीब 170 किलोमीटर दूर मौजूद जमुई जिले में सिकंदरा के मंदिर से हथियार बंद बदमाशों ने भगवान महावीर की इस 2,600 साल पुरानी मूर्ति को चुरा लिया था।
माना जाता है कि जैन धर्म के 24वें तीर्थांकर भगवान महावीर का जन्म सिंकदरा के क्षत्रियकुंड लछुआड़ में ही हुआ था है और यह स्थान जैन धर्मावलंबियों का बड़ा तीर्थस्थान है। भगवान महावीर के भाई नंदीवर्धन ने 26 सौ साल पहले इस प्रतिमा को मंदिर में स्थापित किया था।
शुक्रवार 27 नवंबर की रात गाड़ी में आए दर्जनभर बदमाशों ने तीन सुरक्षाकर्मियों को बंधक बनाकर मूर्ति को चुरा लिया था। ये मूर्ति कसौटी पत्थर की बनी है और इसकी कीमत करोड़ रुपये आंकी गई है।
घटना को लेकर जैन समाज के लोग काफी नाराज चल रहे थे। जैन समाज ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मामले में दखल देने का मांग भी की थी। गृह मंत्री ने भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात कर जरूरी कदम उठाने के लिए कहा था।
लच्छुआर महावीर मंदिर की मूर्ति जब से मिली है जैन धर्मावलंबी बड़ी संख्या में दर्शन के लिए आ रहे हैं। अब तक 27 लाख रुपये आरती में मंदिर कोष में जमा हो चुक हैं। उम्मीद की जा रही है कि सोमवार, मंगलवार तक जैसे-जैसे श्रद्धालु देश के हर कोने से आएंगे, मंदिर के डोनेशन के लिए आने वाली राशि करोड़ों में पहुंच सकती है। फिलहाल मंदिर के चारों और सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इससे पहले राज्य की नीतीश कुमार सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। यहां तक कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मुख्यमंत्री से इस मामले में बात की थी।
गौरतलब है कि बिहार की राजधानी पटना से करीब 170 किलोमीटर दूर मौजूद जमुई जिले में सिकंदरा के मंदिर से हथियार बंद बदमाशों ने भगवान महावीर की इस 2,600 साल पुरानी मूर्ति को चुरा लिया था।
माना जाता है कि जैन धर्म के 24वें तीर्थांकर भगवान महावीर का जन्म सिंकदरा के क्षत्रियकुंड लछुआड़ में ही हुआ था है और यह स्थान जैन धर्मावलंबियों का बड़ा तीर्थस्थान है। भगवान महावीर के भाई नंदीवर्धन ने 26 सौ साल पहले इस प्रतिमा को मंदिर में स्थापित किया था।
शुक्रवार 27 नवंबर की रात गाड़ी में आए दर्जनभर बदमाशों ने तीन सुरक्षाकर्मियों को बंधक बनाकर मूर्ति को चुरा लिया था। ये मूर्ति कसौटी पत्थर की बनी है और इसकी कीमत करोड़ रुपये आंकी गई है।
घटना को लेकर जैन समाज के लोग काफी नाराज चल रहे थे। जैन समाज ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मामले में दखल देने का मांग भी की थी। गृह मंत्री ने भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात कर जरूरी कदम उठाने के लिए कहा था।
लच्छुआर महावीर मंदिर की मूर्ति जब से मिली है जैन धर्मावलंबी बड़ी संख्या में दर्शन के लिए आ रहे हैं। अब तक 27 लाख रुपये आरती में मंदिर कोष में जमा हो चुक हैं। उम्मीद की जा रही है कि सोमवार, मंगलवार तक जैसे-जैसे श्रद्धालु देश के हर कोने से आएंगे, मंदिर के डोनेशन के लिए आने वाली राशि करोड़ों में पहुंच सकती है। फिलहाल मंदिर के चारों और सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
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