उत्तराखंड के उत्तरकाशी में दीपावली की देर रात ब्राह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक नवयुगा कंपनी की निर्माणाधीन टनल का 50 मीटर हिस्सा धंस गया. इसमें भोजपुर जिले के सबाह अहमद भी अंदर फंस गए हैं. अच्छी बात ये है कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. टनल के पास लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इधर सबाह अहमद का परिवार काफी चिंतित है. पूरा परिवार नम आंखों से लगातार उत्तराखंड सरकार से अपने इकलौते बेटे के लिए गुहार लगा रहा है.
भोजपुर जिले के सहार थाना क्षेत्र के पेऊर गांव के वार्ड नंबर-12 के निवासी मिसबाह अहमद का 33 वर्षीय पुत्र सबाह अहमद लगभग 14 सालों से नवयुगा प्राइवेट कंपनी के साथ जुड़कर काम कर रहा है. सबाह अहमद इस कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर है. अहमद का निकाह 2017 में गजराजगंज थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में सिबा खातून से हुआ था. उसे दो बेटा मोकर्रम जाहेदी(4), अर्श(सवा साल) और एक बेटी फातमा(2) है. अहमद दो महीने पहले छुट्टी में अपने घर पेऊर आया था. वो दो सालों से उत्तराखंड के उत्तरकाशी में काम कर रहा है.
बेटे के सुरक्षित घर आने की आस में माता-पिता
अपने बेटे के लिए चिंता में बैठी अहमद की मां शहनाज बेगम ने बताया कि एक दिन पहले ही उससे बात हुई थी. बोल रहा था आज रातभर की ड्यूटी है, कल से मेरी दिन की ड्यूटी होगी. घर में कमाने का वही एक जरिया है. वही पैसे भेजता है तो यहां घर चलता है.
अहमद की पत्नी सिबा खातून अपने दोनों बेटे और एक बेटी के साथ फिलहाल कैमूर में है. घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही उसका रो-रोकर बुरा हाल है. वो अहमद को सुरक्षित टनल से बाहर आने की दुआ कर रही है.
अहमद के टनल में फंसने की सूचना मिलने के बाद से गांव के लोग भी उसके घर पहुंच रहे हैं और हाल पूछ रहे हैं. साथ ही परिवार के लोगों को हौसला दे रहे हैं.
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