
- आरएसएस इस साल अपने शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में देश के विभिन्न शहरों में व्याख्यान आयोजित कर रहा है.
- संघ के प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर के मुताबिक शताब्दी वर्ष में दो तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
- संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने ही भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर दिया था.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस साल अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है. इसे देखते हुए वह देश के अलग-अलग शहरों में व्याख्यान का आयोजन कर रहा है. इस तरह का पहला आयोजन अगस्त के अंतिम हफ्ते में दिल्ली में आयोजित किया गया था. इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल हुए थे. उन्होंने लोगों के सवालों के जवाब भी दिए थे. इसी तरह के कार्यक्रम संघ आने वाले दिनों में बेंगलुरु, कोलकाता और मुंबई में भी करेगा. इसकी जानकारी संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर ने सोमवार को नागपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
संवाददाता सम्मेलन में अंबेकर ने कहा कि सौ सालों में भारत के प्रति विश्वास और सम्मान बढ़ा है. विभिन्न लोग संघ की ओर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि शताब्दी वर्ष में दो कार्यक्रम व्यापक होंगे. उन्होंने कहा कि इसका आगाज विजयादशमी उत्सव से होगा.
क्या भारत के एक हिंदू राष्ट्र है
अंबेकर ने बताया कि दूसरा आयोजना होगा 'हिंदू सम्मेलन'. उन्होंने बताया कि संघ के शताब्दी वर्ष में एक लाख से अधिक अधिक हिंदू संमेलन देश भर में आयोजित किए जाएंगे. शताब्दी वर्ष में संघ गृह संपर्क के कार्यक्रम भी चलाएगा. यह सबसे बड़ा आयोजन होगा. इस दौरान लोगों से संघ के विषय में सीधी बात की जाएगी. संघ के प्रचार प्रमुख ने कहा कि संघ के संस्थापक डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार ने बहुत पहले ही भारत को 'हिंदू राष्ट्र' घोषित कर दिया था.
अंबेकर ने बताया कि सरसंघचालक मोहन भागवत का कार्यक्रम दिल्ली में आयोजित किया गया था. उन्होंने बताया कि इसी तरक के कार्यक्रम देश के तीन और प्रमुख शहरों में आयोजित किए जाएंगे. संघ के प्रचार प्रमुख ने बताया कि सात और आठ नवंबर को बेंगलुरु में इसी तरह का एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि कोलकाता में एक दिवसीय कार्यक्रम होगा. वहीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में अगले साल छह और सात फरवरी को इसी तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
विजयादशमी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे पूर्व राष्ट्रपति
उन्होंन बताया कि स्थापना दिवस पर हर साल नागपुर स्थित संघ मुख्यालय पर कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. इस साल दशहरा के दिन आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि होंगे. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम से संघ के शताब्दी वर्ष की शुरुआत होगी. इस अवसर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत व्याख्यान देंगे. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में संघ के स्वयंसेवक पूरे गणवेश में शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि पिछले साल आयोजित कार्यक्रम में करीब सात हजार स्वयंसेवक शामिल हुए थे, लेकिन इस साल उसके तीन गुने स्वयंसेवकों के शामिल होने का अनुमान है. अंबेकर ने बताया कि इस साल उत्तर-पूर्व भारत के मणिपुर में भी विजयादशमी उत्सव की तैयारियां चल रही हैं.
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