
- RSS का विजयादशमी उत्सव 2 अक्टूबर को नागपुर के रेशमबाग में आयोजित किया जाएगा जिसमें मोहन भागवत खास भाषण देंगे.
- इस वर्ष संघ का विजयादशमी उत्सव विशेष होगा, क्योंकि संघ अपनी स्थापना का शताब्दी समारोह बना रहा है.
- कार्यक्रम में घाना, इंडोनेशिया, थाईलैंड, यूके, यूएसए और दक्षिण अफ्रीका के विदेशी मेहमान भी शामिल होंगे.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गुरुवार, 2 अक्टूबर को नागपुर में विजयादशमी का उत्सव मना रहा है. RSS का विजयादशमी समारोह नागपुर के रेशमबाग में आयोजित किया जा रहा है.इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत ने खास भाषण दिया. आरएसएस के इस समारोह में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि हैं. इस बार संघ का विजयादशमी उत्सव बहुत ही खास है, क्यों कि RSS अपनी स्थापना का शताब्दी समारोह मना रहा है.
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RSS VIJAYADASHAMI UTSAV LIVE UPDATES
मोहन भागवत ने जयंती पर शास्त्री जी को किया याद
प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि ये वर्ष श्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान का सढ़े तीन सौ वर्ष है, जिन्होंने अत्याचार, अन्याय और सांप्रदायिक भेदभाव से समाज को मुक्त करना के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और समाज की रक्षा की. ऐसी एक विभूति का समरण इस वर्ष होगा. आज 2 अक्टूबर है तो स्वर्गीय महात्मा गांधी की जयंती है. स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका योगदान अविस्मरणीय है. लेकिन स्वतंत्रता के बाद भारत कैसा हो उसके बारे में विचार देने वाले हमारे उस समय के दार्शनिक नेता स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की आज जयंती है. भक्ति, देश सेवा के वह उत्तम उदाहरण हैं.
#WATCH महाराष्ट्र | आरएसएस अपने संगठन के 100 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 2, 2025
इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा," ये वर्ष श्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान का सढ़े तीन सौ वर्ष है...जिन्होंने अत्याचार, अन्याय और सांप्रदायिक भेदभाव से समाज के मुक्ती के लिए अपना… pic.twitter.com/tDooQ9Q0xV
संघ के व्यवहार से गांधी जी भी प्रभावित थे-रामनाथ कोविंद
आरएसएस के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि संघ में व्याप्त समरसता और समानता तथा जाति भेद से पूरी तरह मुक्त व्यवहार को देखकर महात्मा गांधी भी बहुत प्रभावित हुए थे. जिसका विस्तृत विवरण संपूर्ण गांधी वांग्मय में मिलता है. गांधी जी ने 16 सितंबर 1947 को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रैली को संबोधित किया था और कहा था कि वह परसों पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार के जीवनकाल में संघ के शिविर में गए थे गांधी जी शिविर के अनुशासन, सादगी और छुआछूत की पूर्ण समाप्ति को देखकर अत्यंत प्रभावित हुए थे.
#WATCH महाराष्ट्र | आरएसएस अपने संगठन के 100 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 2, 2025
इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा, "संघ में व्याप्त समरसता और समानता तथा जाति भेद से पूरी तरह मुक्त व्यवहार को देखकर महात्मा गांधी भी बहुत प्रभावित हुए थे। जिसका विस्तृत विवरण संपूर्ण… https://t.co/hqEBPEHO54 pic.twitter.com/KMB1VGPu8H
अपनी सुरक्षा के लिए अधिक सामर्थ्य बनना होगा- मोहन भागवत
पहलगाम की घटना हमें सिखा गई कि हम सबके लिए मित्र भाव रखेंगे लेकिन फिर भी हमें अपनी सुरक्षा के लिए अधिक सामर्थ्य बनना होगा, इस घटना के बाद दुनिया के अनेक देशों में भूमिका ली उसमें यह भी पता चला कि हमारे दोस्त कौन कौन हैं. नक्सली आंदोलन पर शासन और प्रशासन की कार्रवाई हुई.
#WATCH महाराष्ट्र | आरएसएस अपने संगठन के 100 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 2, 2025
इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा," ये वर्ष श्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान का सढ़े तीन सौ वर्ष है...जिन्होंने अत्याचार, अन्याय और सांप्रदायिक भेदभाव से समाज के मुक्ती के लिए अपना… pic.twitter.com/tDooQ9Q0xV
कुंभ और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र
मोहन भागवत ने कहा कि प्रयागराज कुंभ का जिक्र कर कहा कि इसी साल संगम के तट पर जबरदस्त कुंभ हुआ. पूरे देश में श्रद्धा की लहर फैला दी. पहलगाम में सीमा पार के आतंकियों का हमला हुआ 26 भारतीयों का उनका धर्म पूछकर हत्या की, उसके कारण देश में दुख की लहर पैदा हुई, पूरी तैयारी करके सेना ने सरकार ने पुरजोर उत्तर दिया, सेना का शौर्य और समाज की एकता का एक उत्तम चित्र स्थापित हुआ.
RSS चीफ ने की स्वदेशी के ज्यादा इस्तेमाल की अपील
मोहन भागवत ने कहा कि आज दुनिया के देश भारत की तरफ देख रहे हैं. हम हर बीतते दिन के साथ और अधिक मजबूत हो रहे हैं. समय आ गया है जब हम स्वदेशी के इस्तेमाल को और बढ़ावा दें. स्वदेशी का उपयोग हमारे लिए मजबूरी नहीं बल्कि हमारा अधिकार है.
देश के लिए प्राण देने वालों की भी आज जयंती- मोहन भागवत
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने संघ के 100 साल पूरा होने और दशहरा के खास मौके पर कहा कि आज का दिन बेहद खास है. आज जहां राष्ट्रपति महात्मा गांधी की जयंती है वहीं आज दशहरा भी है. साथ-साथ ही संघ अपना शताब्दी वर्ष भी मना रहा है. ये तीनों चीजें साथ मिलकर इस दिन को बेहद खास बनाती हैं. हमारे बीच कुछ ऐसी विभूतियां भी आईं जिन्होंने हिंद की चादर बनकर संप्रदायवाद के खिलाफ समाज की रक्षा की. महात्मा गांधी जी की जयंती, अपने स्वतंत्रता की लड़ाई में उनकी लड़ाई अविस्मरणीय है, स्वतंत्रता के बाद का जीवन कैसे चले हमारे उस वक्त के दार्शनिक नेता का योगदान कमाल का है, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण दिए उनकी भी आज जयंती है.
संघ का विजयादशमी उत्सव खास
आरएसएस के 100 साल पूरे हो गए हैं. इसीलिए नागपुर का समारोह बहुत ही खास है. संघ के शताब्दी समारोह के मौके पर 1 अक्टूबर को पीएम मोदी ने दिल्ली में विशेष डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया था.
विजयादशमी उत्सव में 21000 स्वयंसेवक शामिल
RSS के विजयादशमी समारोह के दौरान ही संघ के शताब्दी समारोह की शुरुआत हो गई है. रेशमबाग में हो रहे इस खास कार्यक्रम में 21000 स्वयंसेवक शामिल हुए हैं. विजयादशमी के मौके पर सबसे पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत शस्त्र पूजन किया. संघ के इस कार्यक्रम को देशभर की 83 हजार से ज्यादा शाखाओं में मनाया जा रहा है.
संघ के समारोह में विदेशी मेहमान भी शामिल
संघ के विजयादशमी उत्सव में विदेशी मेहमान भी शामिल हो रहे हैं. घाना और इंडोनेशिया, थाईलैंड, यूके, USA और दक्षिण अफ्रीका के मेहमान भी उत्सव में शामिल हो रहे हैं. वहीं डेक्कन समूह से केवी कार्तिक और बजाज समूह से संजीव बजाज समेत देश के नामी लोगों को भी समारोह का न्योता भेजा गया है.
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