भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikant Das)ने गुरुवार को चार प्रतिशत की रेपो रेट में कोइ बदलाव नहीं किया और मौजूदा कोरोना महामारी के बीच आर्थिक विकास को समर्थन के लिए अपना उदारवादी रुख जारी रखा. मौद्रिक नीतिगत फैसले का ऐलान करते हुए, लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन के कारण जिसमें एक दिन की देर हुई है, आरबीआई गर्वनर ने अपना संदेश प्रेषित करने के लिए इस महान गायिका के एक गाने का विशेष रूप से उल्लेख किया. गौरतलब है कि लताजी का 92 वर्ष की उम्र में 6 फरवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया था.
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RBI गवर्नर दास ने कहा, "महान लता मंगेशकर, जिन्हें हमने हाल ही में खो दिया है, ने अपनी मधुर आवाज में गीत 'आज फिर जीने की तमन्ना' गाया है... इस खूबसूरत गीत की अगली पंक्तियों के पीछे छिपी भावना के साथ उन्होंने हमेशा आशावादी बने रहने का संदेश दिया है..." दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की जानकारी देते हुए कहा, ‘‘मौद्रिक नीति समित (एमपीसी) ने आम सहमति से रेपो दर को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखने का निर्णय किया है. इसके साथ ही रिवर्स रेपो दर को 3.35 प्रतिशत पर यथावत रखा है.समिति ने आर्थिक वृद्धि को गति देने तथा मुद्रास्फीति को लक्ष्य के दायरे में रखने को लेकर नीतिगत दर के मामले में जबतक जरूरी हो उदार रुख बनाये रखने का भी निर्णय किया है.''
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आर्थिक वृद्धि परिदृश्य के बारे में दास ने कहा कि वास्तविक जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 2022-23 में 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है.मुख्य रूप से खाने का सामान महंगा होने से खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर महीने में बढ़कर पांच महीने के उच्च स्तर 5.59 प्रतिशत हो गयी जो नवंबर में 4.91 प्रतिशत थी.उन्होंने कहा कि मानसून सामान्य रहने के अनुमान के साथ खुदरा महंगाई दर 2022-23 में 4.5 प्रतिशत रहने की संभावना है.एमपीसी को सालाना महंगाई दर दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिश पर कायम रखने की जिम्मेदारी दी गयी है.एमपीसी की तीन दिवसीय बैठक आठ फरवरी को शुरू हुई थी.उन्होंने यह भी कहा कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है और देश तीव्र आर्थिक वृद्धि हासिल करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है. केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत और मुद्रास्फीति 5.3 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है. (भाषा से भी इनपुट)
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