रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या तैयार.
नई दिल्ली:
अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा (Ayodhya Ramlala Pran Pratishtha) में कुछ ही समय बाकी बचा है. करीब 500 सालों का इंतजार खत्म होने को है. समारोह में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच गए हैं. पीएम ही 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह में मुख्य यजमान होंगे.
- अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन समारोह पूरे देश के साथ ही विदेशों में बसे भारतीयों के लिए गर्व का पल है. इस मौके को दिवाली के रूप में मनाया जा रहा है. राम नगरी रोशनी और रंगों से सराबोर नजर आ रही है.
- बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन, साउथ सुपरस्टार रजनीकांत, एक्टर विक्की कौशल अपनी पत्नी कटरीना कैफ और रणबीर कपूर अपनी पत्नी आलिया भट्ट के साथ तो वहीं उद्योगपति सुनील भारती मित्तल और अनिल अंबानी, क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और साइना नेहवाल कार्यक्रम में शामिल होने अयोध्या पहुंचे हैं.
- रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए पीएम मोदी अयोध्या पहुंच चुके हैं. 12 बजकर 29 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक, शुभ मुहूर्त में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी. इस मौके पर पीएम मोदी अयोध्या के लोगों को संबोधित करेंगे ये बयान पीएम कार्यालय की तरफ से जारी किया गया है.
- पीएम ऑफिस की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, "ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश के सभी प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों समेत सभी क्षेत्रों के लोग इस समारोह का हिस्सा बनेंगे."
- पीएम मोदी राम मंदिर निर्माण कार्य कर रहे मजदूरों से बातचीत करेंगे. वह कुबेर टीला भी जाएंगे, जहां भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है. पीएम शिव मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे.
- अयोध्या में भव्य राम मंदिर पारंपरिक उत्तर-भारतीय नागर शैली में बनाया जा रहा है. इसके 392 स्तंभों, 44 दरवाजों और दीवारों पर देवी-देवताओं को नक्काशी से उकेरा गया है. गर्भगृह में पांच साल के भगवान राम की मूर्ति स्थापित की गई है. कुबेर टीला राम मंदिर परिसर के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में मौजूद है. मंदिर के पास एक कुआं है, जिसे प्राचीन काल का बताया जाता है.
- बीजेपी और आरएसएस के बहुत से नेता पहले से ही अयोध्या में मौजूद हैं, जिन्होंने 11,000 से ज्यादा मेहमानों के स्वागत की तैयारी पिछले दिनों की. अब संघ प्रमुख मोहम भागवत भी राम मंदिर उद्घाटन के लिए अयोध्या पहुंच गए हैं. अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और पुनर्निर्मित रेलवे स्टेशन की वजह से बड़ी संख्या में मेहमान राम नगरी पहुंच रहे हैं. होटल, गेस्ट हाउस और होमस्टे में तेजी से बढ़ोतरी हुई हैं.
- राम मंदिर दशकों से राजनीतिक मुद्दा रहा है. कांग्रेस, वामपंथी, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत ज्यादातर विपक्षी दलों का इसे लेकर उदासीन रवैया है. वह बीजेपी पर राम मंदिर की आड़ में चुनावी फायदा लेने का आरोप लगाया. बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी समेत उद्घाटन समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने वाले सभी लोगों की आलोचना की. बीजेपी ने इन सभी दलों को हिंदू विरोधी बताते हुए कहा कि चुनाव में जनता इन दलों को इसकी सजा देगी.
- राम मंदिर उद्घाटन समारोह की वजह से कई विवाद खड़े हो गए हैं. चार प्रमुख मठों के शंकराचार्यों ने इस कार्यकर्म से दूरी बना ली है. पुरी और जोशीमठ के शंकराचार्यों ने कहा है कि अधूरे मंदिर का अभिषेक नहीं किया जा सकता. उन्होंने यह भी सवाल किया कि जब शंकराचार्यों को बाहर जगह दी गई है तो पीएम मोदी गर्भगृह के अंदर क्यों होंगे. उनका आरोप है कि मंदिर को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है.
- अयोध्या में मंदिर निर्माण तब शुरू हुआ, जब सुप्रीम कोर्ट ने 2019 के एक ऐतिहासिक फैसले में विवादित जमीन को मंदिर को देने का आदेश दिया. साथ ही उन्होंने मस्जिद के लिए अलग से जगह देने का आदेश सरकार को दिया. बता दें कि राम मंदिर का मुद्दा देश आजाद होने के तुरंत बाद से अदालत में पहुंच गया था. विवादित ढाचे को गिराए जाने के बाद इस मामले में और तूल पकड़ लिया.