
- ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा में राहुल गांधी ने सरकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति पर गंभीर प्रश्न उठाए
- राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पायलटों को सीमित निर्देश मिलने से भारत को नुकसान हुआ था
- केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इंदिरा गांधी का पत्र शेयर कर राहुल पर किया पलटवार
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर हुई विशेष चर्चा के दौरान इतिहास के कई पन्ने पलटे गए, जिन पर अब फिर से बहस छिड़ गई है. इस बहस के केंद्र में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे हैं. राहुल गांधी ने अपने 40 मिनट के भाषण में मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार के पास 1971 की जंग जैसी राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं है, जो तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पास थी. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने वायुसेना के पायलटों को सीमित निर्देश देकर लड़ाई में झोंका, जिससे भारत को नुकसान उठाना पड़ा.
Pls give 4 minutes to see this text of the letter of Smt. Indira Gandhi to President Nixon. Is this the political will of Smt Indira Gandhi ji?https://t.co/2bmhqtRGf3
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) July 29, 2025
राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी का पलटवार
राहुल गांधी के इस बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इंदिरा गांधी का 5 दिसंबर 1971 को लिखा गया एक ऐतिहासिक पत्र साझा किया, जो उन्होंने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन को भेजा था. इस पत्र में इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को भारत पर हमला करने से रोकने की अपील की थी. रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "कृपया राष्ट्रपति निक्सन को इंदिरा गांधी द्वारा लिखे गए पत्र के इस पाठ को देखने के लिए चार मिनट का समय दें, क्या यही इंदिरा गांधी जी की राजनीतिक इच्छाशक्ति है?"
कल लोकसभा में राहुल गांधी जी ने 1971 युद्ध के बारे में इंदिरा गांधी जी की भूमिका पर ग़लत बयानी की ।दिसंबर में इंदिरा गांधी जी ने अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति निक्सन जी को पाकिस्तान के साथ युद्ध रोकने की गुहार लगाई थी , तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी ने अमेरिका के सामने… pic.twitter.com/o8zK4ta7Ff
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 30, 2025
ऑपरेशन सिंदूर में दी थी सेना को खुली छूट
पत्र में इंदिरा गांधी ने लिखा था कि पाकिस्तान ने भारत पर बिना किसी उकसावे के हमला किया है और भारत को अपनी सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए युद्ध की स्थिति में जाना पड़ा है. उन्होंने अमेरिका से अपील की थी कि वह पाकिस्तान पर प्रभाव डालकर उसकी आक्रामक नीति को रोके. पीएम मोदी ने भी संसद में कहा कि उनकी सरकार ने सेना को पूरी छूट दी थी—"सेना को तय करने दिया गया कि ऑपरेशन कब, कहां और कैसे करना है. हमने उन्हें (पाकिस्तान को) कड़ा सबक सिखाया और आज भी उनकी रातों की नींद उड़ी हुई है."
निशिकांत दुबे ने भी राहुल को दिखाया आईना
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक लेटर को शेयर कर कहा कि कल लोकसभा में राहुल गांधी जी ने 1971 युद्ध के बारे में इंदिरा गांधी जी की भूमिका पर ग़लत बयानी की. दिसंबर में इंदिरा गांधी जी ने अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति निक्सन जी को पाकिस्तान के साथ युद्ध रोकने की गुहार लगाई थी, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी ने अमेरिका के सामने आत्मसमर्पण किया था. लोकसभा अध्यक्ष जी को अध्यक्षीय डायरेक्शन के नियम 115 के तहत राहुल गांधी जी पर कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है.
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