
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था की खराब हालात को लेकर पीएम मोदी पर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आदरणीय पीएम, कृपया अपने जादुई व्यायाम की दिनचर्या को कुछ बार और दोहराएं, हो सकता है कि इससे देश की अर्थव्यवस्था दोबारा से शुरू हो जाए. राहुल गांधी ने अपने इस ट्वीट में हैश टैग मोदीनिक्स भी लिखा. बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब पीएम मोदी पर राहुल गांधी ने निशाना साधा हो. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आम बजट पेश किए जाने से कुछ दिन पहले दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) इस बारे में अनभिज्ञ हैं कि आर्थिक विकास को गति देने के लिए आगे क्या करना है.
Dear PM,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 2, 2020
Please try your magical exercise routine a few more times. You never know, it might just start the economy. #Modinomics pic.twitter.com/T9zK58ddC0
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कटाक्ष किया था कि मोदी और आर्थिक सलाहकारों की उनकी ड्रीम टीम ने अर्थव्यवस्था को निश्चित तौर पर बदल दिया है. पहले जीडीपी (GDP) विकास दर 7.5 फीसदी और महंगाई 3.5 फीसदी थी. अब जीडीपी विकास दर 3.5 फीसदी और महंगाई दर 7.5 फीसदी है.' उन्होंने दावा किया, 'प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री इस बारे में अनभिज्ञ हैं कि आगे क्या करना है.' गौरतलब है कि आगामी एक फरवरी को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए बजट पेश किया जाएगा.
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश की छवि को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि विदेशी कंपनियां आज यहां निवेश करने से कतरा रही हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती दी थी कि वह देश के किसी भी विश्वविद्यालय में जाकर वहां के विद्यार्थियों के सवालों का सामना करें. जयपुर के रामबाग इलाके में कांग्रेस की 'युवा आक्रोश रैली' को संबोधित करते हुए राहुल ने अपना भाषण मुख्य रूप से युवाओं, बेरोजगारी व देश की छवि पर केंद्रित रखा. उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार ने किसानों को बर्बाद और मनरेगा को खोखला कर दिया है.
उन्होंने कहा था कि देश की अर्थव्यवस्था डगमगा रही है और पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज हिंदुस्तान में है. राहुल गांधी ने कहा था कि चीन का मुकाबला केवल भारत कर सकता है, यह बात पूरी दुनिया जानती है लेकिन मौजूदा हालात में कंपनियां यहां आने से हिचक रही हैं. उन्होंने कहा था कि सारे देश हिंदुस्तान के साथ खड़े होकर हिंदुस्तान को विनिर्माण का हब बनाना चाहते हैं. सारी कंपनियां जो आज चीन में हैं वे हिंदुस्तान में आना चाहती हैं. लेकिन कहती हैं कि हिंदुस्तान के लोग एक दूसरे से लड़ रहे हैं. हिंदुस्तान की सरकार देश में हिंसा फैला रही है. हिंसा के इस माहौल में हम निवेश क्यों करें?'
साथ ही उन्होंने कहा था, 'मैं प्रधानमंत्री को चुनौती देता हूं कि वह देश के किसी भी विश्वविद्यालय में चले जाएं और अपने भाषण से पहले वहां के विद्यार्थियों के सवालों का सामना करें. युवाओं के दिल में जो सवाल हैं... बेरोजगारी का सवाल, हिंदुस्तान को बांटने को लेकर सवाल, हिंदुस्तान की छवि नष्ट करने का सवाल... इसका जवाब नरेंद्र मोदी कॉलेज, विश्वविद्यालय में जाकर नहीं दे सकते लेकिन नरेंद्र मोदी झूठे वादे जरूर कर सकते हैं.'
राहुल ने कहा, 'नरेंद्र मोदी ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी, लेकिन पिछले साल हिंदुस्तान में एक करोड़ युवाओं ने रोजगार खोया है.' उन्होंने कहा कि एनआरसी की बात होगी, सीएए, एनपीआर की बात होगी लेकिन देश के सामने जो सबसे बड़ी समस्या है, जो इस देश के हर परिवार को चुभती है उस बारे में हमारे प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलते हैं. अर्थव्यवस्था में गिरावट को लेकर भी राहुल ने मोदी पर तंज कसा और कहा, 'नरेन्द्र मोदी शायद इकोनोमिक्स पढे़ नहीं हैं, समझे नहीं हैं कि अर्थव्यवस्था तब चलती है जब गरीबों की जेब में पैसा आता है.'
Video: राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला, बोले- CAA, NRC की बात लेकिन रोजगार की नहीं
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