
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी को Z+ सुरक्षा प्राप्त है. जिसमें 10 से 12 CRPF कमांडो उनके साथ तैनात रहते हैं.
- CRPF ने कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखकर राहुल गांधी द्वारा सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन की शिकायत की है.
- CRPF के अनुसार राहुल गांधी ने पिछले 9 महीनों में 6 विदेशी यात्राओं के दौरान सुरक्षा एजेंसी को सूचित नहीं किया.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जेड प्लस की सुरक्षा प्राप्त है. उनकी सुरक्षा में 10 से 12 सशस्त्र CRPF कमांडो तैनात रहते हैं. लेकिन अब राहुल की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली CPRF ने ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर नेता प्रतिपक्ष की शिकायत की है. CRPF की इस चिट्ठी को लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार को घेरा है. CRPF की चिट्ठी और उस पर कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया का कारण क्या है, आईए समझते हैं.
सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते राहुल गांधीः CPRF
दरअसल, CRPF प्रमुख ने कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में राहुल गांधी पर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन न करने और कई मौकों पर उनका उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने दावा किया कि रायबरेली के सांसद, VVIP प्रोफाइल वाले एक राजनीतिक व्यक्ति होने के बावजूद, अपनी सुरक्षा को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.
सरकार राहुल गांधी द्वारा उजागर की गई सच्चाई से घबराई हुई हैः पवन खेड़ा
CRPF की चिट्ठी को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सरकार पर हमला बोला है. पवन खेड़ा ने कहा है कि राहुल गांधी द्वारा उजागर की गई सच्चाई को लेकर सरकार घबराई हुई है. पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "सीआरपीएफ के पत्र का समय और उसका तुरंत सार्वजनिक रूप से जारी होना परेशान करने वाले सवाल खड़े करते हैं. यह ठीक ऐसे समय में आया है, जब राहुल गांधी चुनाव आयोग की मिलीभगत से भाजपा द्वारा की जा रही वोट चोरी के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं."

उन्होंने आगे कहा, "क्या यह विपक्ष के नेता को डराने की एक छिपी हुई कोशिश है, जिन्होंने पहले ही एक और खुलासे की घोषणा कर दी है?" उन्होंने अपने 'एक्स' पोस्ट के जरिए आगे सवाल उठाया, "क्या सरकार राहुल गांधी की ओर से उजागर किए जाने वाले सच से घबराई हुई है?
भाजपा प्रवक्ता बोले- कौन सी सीक्रेट मीटिंग करने जाते हैं राहुल गांधी
राहुल गांधी की सुरक्षा से जुड़े मामले में भाजपा का राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि मैंने वो लेटर नहीं देखा है, लेकिन मीडिया के जरिए मुझे सूचना मिली है. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर विदेश यात्रा के दौरान ऐसा क्या होता है, जिसके चलते राहुल अपनी ही सुरक्षा पर भरोसा नहीं करते. भाजपा प्रवक्ता ने यह भी कहा कि वे वहां कौन सी सीक्रेट मीटिंग करने जाते हैं.
#WATCH | Delhi | BJP National Spokesperson @Shehzad_Ind says, "If #RahulGandhi repeatedly violates security protocol during foreign visits, then some questions arise. pic.twitter.com/4rpbmgWKQC
— cliQ India (@cliQIndiaMedia) September 11, 2025
कांग्रेस नेता के इस आरोप से इतर बीते दिनों राहुल गांधी की मलेशिया यात्रा की चर्चा सामने आई थी. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि बिहार की धूल और गर्मी के बाद राहुल गांधी मलेशिया में छुट्टियां मनाने गए हैं. हालांकि राहुल गांधी मलेशिया गए थे या नहीं यह आधिकारिक रूप से सामने नहीं आया.
Rahul Gandhi has slipped away yet again—this time on a clandestine vacation in Langkawi, Malaysia.
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 6, 2025
Looks like the heat and dust of Bihar's politics was too much for the Congress Yuvraj, who had to rush off for a break. Or is it another one of those secret meetings that no one is… pic.twitter.com/NdiA4TP2bT
राहुल गांधी को प्राप्त सुरक्षा व्यवस्था कैसी है?
- सीआरपीएफ की वीआईपी सुरक्षा शाखा, राहुल गांधी को ‘जेड प्लस (ASL)' सशस्त्र सुरक्षा प्रदान करती है.
- जब भी राहुल गांधी कहीं जाते हैं, लगभग 10-12 सशस्त्र सीआरपीएफ कमांडो उन्हें सुरक्षा प्रदान करते हैं.
- राहुल गांधी के दौरे से पहले उनकी सुरक्षा में तैनात ASL की टीम उन जगहों का प्रारंभिक निरीक्षण करती है.
सीआरपीएफ के पत्र में कथित तौर पर कहा गया है, "पिछले 9 महीनों में राहुल ने 6 विदेशी दौरों के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया. ये सभी 6 विदेशी दौरे सुरक्षा एजेंसी को सूचित किए बिना किए गए, जिसके कारण सुरक्षा एजेंसी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा."
यह घटनाक्रम राहुल गांधी के रायबरेली दौरे के दौरान सुरक्षा उल्लंघन के बाद सामने आया है, जहां से वे लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.
राहुल गांधी की विदेश यात्रा जिसका CRPF ने दिया हवाला
- 30 दिसंबर से 9 जनवरी तक इटली
- 12 से 17 मार्च वियतनाम
- 17 से 23 अप्रैल दुबई
- 11 से 18 जून कतर
- 25 जून से 6 जुलाई लंदन
- 4 से 8 सितंबर मलेशिया
हाल के दिनों में राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक के मामले
बुधवार को अपने दौरे के दौरान, कांग्रेस सांसद को भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा, जिन्होंने राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और 'राहुल गांधी, वापस जाओ' के नारे लगाए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश की, लेकिन राहुल का काफिला लगभग 15 मिनट तक राजमार्ग पर फंसा रहा. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस हुई और पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के बाद ही राहुल का काफिला आगे बढ़ सका.

इससे पहले बिहार में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान भी राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया था. बिहार के पूर्णिया में राहुल गांधी की यात्रा के दौरान भीड़ ने निकला एक युवक अचानक उनके बिल्कुल पास पहुंच गया था. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी राहुल की सुरक्षा में चूक के मामले सामने आए थे.
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