
- रायबरेली में मारे गए दलित युवक हरिओम वाल्मीकि के परिजनों से मिलने राहुल गांधी फतेहपुर पहुंचे
- राहुल गांधी ने दावा किया कि उन्होंने परिवार से लगभग तीस मिनट बात की और उनकी तकलीफें सुनी हैं
- योगी आदित्यनाथ की सरकार ने हरिओम की बहन कुसुम देवी को मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स के रूप में नियुक्ति दी
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में मारे गए दलित युवक हरिओम वाल्मीकि पर देश का सियासी माहौल अभी भी गर्म है. हरिओम वाल्मीकि के परिजनों से मिलने शुक्रवार को नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी फतेहपुर पहुंचे, लेकिन परिवार ने मिलने से इनकार कर दिया. राहुल गांधी के फतेपुर पहुंचने से पहले ही वहां पोस्टर चिपकाए गए, जिनपर लिखा है- दर्द को मत भुनाओ वापस जाओ, गिद्ध बनकर मंडराते हो नफरत फैलाते हो...! हालांकि, राहुल गांधी ने दावा किया कि परिवार ने उनसे लगभग 30 मिनट तक बाच की और अपना दर्द बयां किया.
परिवार ने मुझसे आधा घंटा बात की
हरिओम के परिवार ने राहुल गांधी से मिलने से इनकार कर दिया था? इस पर राहुल गांधी ने कहा, 'मैं परिवार से मिला हूं और मेरी उनसे लगभग आधा घंटा बात हुई है. परिवार ने मुझे अपनी तकलीफें बताईं. हालांकि, ये मायने नहीं रखता कि वो मिलना चाहते हैं या नहीं.' राहुल गांधी ने दावा किया कि हरिओम के परिवार को धमाकाया जा रहा है, उन्हें कहा जा रहा है कि राहुल गांधी ने नहीं मिलना है. राहुल गांधी ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यही है कि इस परिवार का सहारा हमें बनना है. इसे सुरक्षा देनी है.

योगी सरकार ने दिया परिवार को सहारा
स्वर्गीय हरिओम वाल्मीकि के परिवार का कहना है कि यूपी सरकार ने उनकी पूरी मदद की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्राप्त निर्देश के क्रम में जिला प्रशासन की पहल पर स्वर्गीय हरिओम वाल्मीकि की बहन कुसुम देवी को अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियाव सिंह चिकित्सा महाविद्यालय(मेडिकल कॉलेज) में आउटसोर्स के तहत स्टाफ नर्स के रूप में नियुक्तिपत्र दिया गया है.
राहुल ने कहा- हमें सिर्फ परिवार को न्याय
फतेहपुर पहुंचे राहुल गांधी ने योगी सरकार को घेरा. राहुल गांधी ने कहा, 'हम सिर्फ पीडि़त परिवार के लिए न्याय मांग रहे हैं. इस परिवार के लोगों को घर से बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है. इस घर में एक लड़की है, जिसको ऑपरेशन कराना है, लेकिन वे घर में ही रहने को मजबूर हैं. मैं मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि इस परिवार का सम्मान कीजिए, इसे न्याय दिलाइए. इनकी रक्षा कीजिए.'

रायबरेली में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की लोगों ने चोर समझकर पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया था. इस मामले में गदागंज थाना क्षेत्र के मखदूमपुर निवासी शिवप्रसाद अग्रहरि, ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के तुल्ला पट्टी मजरे दौलतपुर गांव निवासी लल्ली पासी, आशीष पासी, मिल एरिया थाना क्षेत्र के सरायं मुगल राही निवासी सुरेश गुप्ता समेत 13 हत्या आरोपियों को जेल भेजा गया है.
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