
कांग्रेस नेता राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के दौरे के दौरान एक नए विवाद में घिर गए हैं. कानपुर से फतेहपुर तक की उनकी यात्रा के लिए इस्तेमाल की गई कार कथित तौर पर चर्चित पिंटू सेंगर हत्याकांड के आरोपी वीरेंद्र पाल के नाम पर पंजीकृत है. शाम होते-होते जब राहुल गांधी के इस कार से सफर करने की तस्वीरें वायरल हुईं, तो कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता डैमेज कंट्रोल में जुट गए.
आरोपी की प्राइवेट नंबर वाली इनोवा
राहुल गांधी फतेहपुर में मृतक हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मिलने के लिए गए थे।. जिस इनोवा गाड़ी में उन्हें पार्टी के नेताओं ने सफर कराया, वह अभियुक्त वीरेंद्र पाल के नाम पर रजिस्टर है.
बताया जा रहा है कि इस गाड़ी का इंतजाम कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष संदीप शुक्ला ने किया था. कांग्रेस नेताओं ने बचाव में कहा कि गाड़ी किराए पर मंगाई गई थी. हालांकि, यह बात तार्किक नहीं लगती, क्योंकि किराए की गाड़ियों का नंबर कमर्शियल होना चाहिए, जबकि राहुल गांधी ने जिस गाड़ी में सफर किया, वह प्राइवेट नंबर की थी.
कौन है वीरेंद्र पाल?
पुलिस चार्जशीट के अनुसार, पिंटू सेंगर की हत्या के लिए वीरेंद्र पाल ने 5 लाख रुपये दिए थे. पिंटू सेंगर को 20 जून 2020 को कानपुर के चकेरी की जेके कॉलोनी में जमीन विवाद के चलते सड़क पर गोलियों से भून दिया गया था. अब, एक जघन्य हत्याकांड के आरोपी की गाड़ी का इस्तेमाल राहुल गांधी के सफर के लिए होने पर राजनीतिक गलियारों में सवाल उठने लगे हैं.
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