कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सैन्य भर्ती योजना ‘अग्निपथ' को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘प्रयोगशाला' के इस ‘नए प्रयोग' के कारण देश की सुरक्षा और युवाओं का भविष्य खतरे में है. गांधी ने ट्वीट किया, ‘60,000 सैनिक हर साल सेवानिवृत्त होते हैं और उनमें से सिर्फ 3,000 को सरकारी नौकरी मिल रही है.'
कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने कहा, ‘चार साल के ठेके के बाद हजारों की संख्या में सेवानिवृत्त होने वाले अग्निवीरों का भविष्य क्या होगा?' उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री की प्रयोगशाला के इस नए प्रयोग से देश की सुरक्षा और युवाओं का भविष्य दोनों खतरे में हैं.'
60,000 सैनिक हर साल रिटायर होते हैं, उनमें से सिर्फ 3000 को सरकारी नौकरी मिल रही है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 24, 2022
4 साल के ठेके पर हज़ारों की संख्या में रिटायर होने वाले अग्निवीरों का भविष्य क्या होगा?
प्रधानमंत्री की प्रयोगशाला के इस नए Experiment से देश की सुरक्षा और युवाओं का भविष्य दोनों खतरे में हैं।
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इस योजना के तहत साढ़े 17 साल से 21 साल तक की आयु के युवाओं को केवल चार वर्ष के लिए भर्ती करने का प्रावधान है, जिनमें से 25 प्रतिशत 15 और साल के लिए सेना में रहेंगे. इस योजना की घोषणा के बाद देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए थे. वर्ष 2022 के लिए ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 साल किया गया है.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं