
नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी भारत जोड़ो यात्रा का लक्ष्य देश को एकजुट करना है और यह चुनावी फायदों के लिए समुदायों के बीच नफरत फैलाये जाने के खिलाफ है.लोगों के एक-दूसरे के कल्याण के लिए एकजुट होने पर जोर देते हुए फारूक ने कहा कि नफरत सिर्फ विपन्नता लाएगी. उन्होंने अनंतनाग जिले के औशमुकाम में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यात्रा का लक्ष्य राष्ट्र को एकजुट करना और नफरत (की दीवार) को तोड़ना है. इस पदयात्रा का संदेश यह है कि जबतक हम एकजुट नहीं होंगे और एक-दूसरे के कल्याण के लिए साथ मिल कर नहीं सोचेंगे, हम देश को अपने राष्ट्र निर्माताओं के सपनों के अनुरूप नहीं बना सकेंगे.''
नेकां प्रमुख एक शोक सभा में शामिल होने के लिए दक्षिण कश्मीर के कस्बे में पहुंचे थे. फारूक (84) ने दावा किया कि सिर्फ चुनाव जीतने के लिए समुदायों के बीच नफरत फैलायी जा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘यह रुख राष्ट्र और लोगों को समृद्धि की ओर नहीं ले जाएगा, यह सिर्फ विपन्नता की ओर ले जाएगा.''करीब तीन दशक पहले कश्मीरी पंडितों के घाटी से पलायन करने का जिक्र करते हुए श्रीनगर से लोकसभा सदस्य ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनके जीवनकाल में वे गरिमा के साथ घर लौटें. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे भाइयों को यह स्थान छोड़ना पड़ा. मैं अपने जीवनकाल में उनके गरिमा व सम्मान के साथ घर लौटने की कामना करता हूं.
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