कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में बिजली न रहने की समस्या को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि एक तरफ राज्य की बीजेपी सरकार के झूठे दावों का मीटर चालू है, जबकि दूसरी तरफ अस्पतालों में बत्ती गुल है. पूर्वी उत्तर प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी प्रियंका ने कुछ अस्पतालों में बिजली कटौती के मामलों का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के झूठे दावों का मीटर चालू है, लेकिन अस्पतालों से बत्ती गुल है।'उन्होंने दावा किया, ‘मरीजों का इलाज कहीं मोबाइल जलाकर और कहीं टॉर्च जलाकर हो रहा है।' प्रियंका ने सवाल किया, ‘क्या इस लचर व्यवस्था से निजात मिलेगी?'
उत्तर प्रदेश में करारी हार पर क्या प्रियंका गांधी भी महासचिव के पद से इस्तीफा देंगी?
प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक पोस्टर को शेयर किया है, जिसमें यूपी के कई शहरों में टॉर्च और और मोबाइल की रोशनी में हो रहे मरीजों के इलाज की तस्वीरें दिखाई गई हैं. इसमें प्रियंका के अनुसार रायबरेली, इटावा, संभल और ललितपुर की तस्वीरें हैं. इस पोस्टर पर लिखा है, 'बरबस देखा बदहाली का हाल, भाजपा राज में हो रहा यूपी बेहाल'
उप्र की भाजपा सरकार के झूठे दावों का मीटर चालू है, लेकिन अस्पतालों से बत्ती गुल है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 9, 2019
मरीज़ों का इलाज कहीं मोबाइल जलाकर और कहीं टॉर्च जलाकर हो रहा है।
इस लचर व्यवस्था से क्या निजात मिलेगी? pic.twitter.com/JjqguZb4LF
बता दें लोकसभा चुनाव के ठीक पहले प्रियंका गांधी को कांग्रेस में महासचिव बनाया गया था उनको पूर्वांचल की जिम्मेदारी दी गई थी. कांग्रेस को लगता था कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में ट्रंप कार्ड साबित होंगी. लेकिन नतीजा इसके विपरीत रहा. पूर्वांचल में मोदी लहर में प्रियंका गांधी अमेठी में राहुल गांधी को अमेठी तक में नहीं जिता पाईं. यहां तक रायबरेली में सोनिया गांधी को पहली बार रायबरेली में इतनी टक्कर मिली. हालांकि बीच चुनाव में ही प्रियंका गांधी ने संकेत दे दिया था उनका ज्यादा ध्यान 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पर है.
वीडियो: राहुल गांधी के इस्तीफे पर प्रियंका गांधी ने दिया रिएक्शन
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