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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया दुख

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्थिति अब नियंत्रण में है, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान मौके पर मौजूद हैं. घायलों को अस्पताल ले जाया गया है और जहां उनका इलाज चल रहा है. वहीं भीड़ से निपटने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ये हादसा शनिवार रात 10 बजे हुआ, हादसे पर राष्ट्रपति ने दुख जताया है.

नई दिल्ली:

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार रात को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है. राष्ट्रपति द्रौपदी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में लोगों की मौत की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जताते हुए अधिकारियों से प्रभावित सभी लोगों की सहायता करने को कहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ (जैसी स्थिति) से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्दी ठीक हो जाएं.'' उन्होंने कहा कि अधिकारी इस स्थिति से प्रभावित सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ जैसी स्थिति बनने से प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 पर अफरा-तफरी मच गई, जिसमें कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई. जबकि 9 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि स्टेशन पर स्थिति अब नियंत्रण में है, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान मौके पर पहुंच गए हैंय उन्होंने कहा, “घायलों को अस्पताल ले जाया गया है और अचानक भीड़ से निपटने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं.”

वहीं रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि अचानक भीड़ बढ़ने के कारण प्लेटफॉर्म पर यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया, जिससे कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं.

'स्टेशन पर बहुत भीड़ थी'

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्टेशन पर भारी भीड़ के कारण कई यात्री दम घुटने के कारण बेहोश हो गए. एक यात्री धर्मेंद्र सिंह ने बताया, “मैं प्रयागराज जा रहा था लेकिन कई ट्रेनें देरी से चल रही थीं या रद्द कर दी गई थीं. स्टेशन पर बहुत भीड़ थी. मैंने इस स्टेशन पर पहली बार इतनी भीड़ देखी. मेरे सामने ही छह-सात महिलाओं को स्ट्रेचर पर ले जाया गया.”

'बहुत ज्यादा धक्का-मुक्की हुई'

एक अन्य यात्री प्रमोद चौरसिया ने कहा, “मेरे पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस का स्लीपर क्लास का टिकट था, लेकिन कन्फर्म टिकट वाले भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए. मेरे एक दोस्त और एक महिला यात्री भीड़ में फंस गए. बहुत ज्यादा धक्का-मुक्की हुई. हम अपने बच्चों के साथ बाहर इंतजार करके सुरक्षित रहने में कामयाब रहे.”

पुलिस उपायुक्त (रेलवे) ने आधिकारिक बयान में बताया कि जब प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफार्म संख्या 14 पर खड़ी थी तब वहां कई लोग मौजूद थे. अधिकारी ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस देरी से चल रही थीं और इन ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफार्म नंबर 12, 13 और 14 पर मौजूद थे.

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