उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. जनवरी 2025 में संगम तट पर महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh) का आयोजन होना है. संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए लाखों की तादात में साधु-संत और आमजन पहुंचेंगे. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये पहले ही बता दिया है कि इस बार का महाकुंभ पहले से ज़्यादा शानदार होने वाला है. इस बार संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए 40 करोड़ से ज़्यादा लोगों का जमावड़ा लगेगा. इस दौरान कोई अव्यवस्था न हो और किसी को भी कोई परेशानी न हो, इसे लेकर अधिकारियों को पहले ही निर्देश दे दिए गए हैं.
महाकुंभ को लेकर योगी सरकार ने कमर कस ली है. इस बार का कुंभ साल 2019 के कुंभ से ज़्यादा बड़ा, ज़्यादा दिव्य और ज़्यादा भव्य होने जा रहा है. यूपी सरकार ने इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं.
महाकुंभ होगा कितना भव्य, समझिए
- कुंभ मेला क्षेत्र 4000 हेक्टेयर में फैला होगा
- मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा जाएगा
- संगम तट से 12 किमी की लंबाई के घाट होंगे
- 1850 हेक्टेयर में पार्किंग सुविधा होगी
- 450 किमी चकर्ड प्लेट लगाएं जायेंगे
- नदी के पार जाने आने के लिए 30 पांटून पुल बन रहे हैं
- 67 हजार स्ट्रीट लाइट
- मेला क्षेत्र में 1,50,000 शौचालय बन रहे हैं
- श्रद्धालुओं के रहने के लिए 1,50,000 टेंट लगाये जायेंगे
प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां
महाकुंभ में आने वाले 13 अखाड़ों ने भी आगमन शुरू कर दिया है. जूना अखाड़े का संगम नगरी में प्रवेश हो चुका है. साधु संतों को भी इस बार के महाकुंभ से बड़ी उम्मीदें हैं. कुंभ में विकास सिर्फ़ संगम तट के किनारे ही नहीं बल्कि पूरे प्रयागराज में दिखाई दे रहा है. रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सड़कें, चौराहे, बिजली के खंभे, होटल से लेकर हर उस चीज़ को दुरुस्त किया जा रहा है, जिससे कुम्भ में आने वालों को असुविधा न हो. 2019 में अर्ध कुंभ का आयोजन हुआ था. जिसका नाम सरकार ने कुंभ कर दिया था. इस बार 12 साल में लगने वाला महाकुंभ आयोजित होगा.
महाकुंभ में कब कौन सा स्नान?
- 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा
- 14 जनवरी को मकर संक्रांति का शाही स्नान
- 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर शाही स्नान होगा
- 3 फरवरी को बसंत पंचमी के मौक़े पर शाही स्नान होगा, फिर
- 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा है और
- 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के मौके पर शाही स्नान होगा
महाकुंभ को लेकर सीएम योगी के सख्त निर्देश
सितंबर महीने के आख़िर तक बारिश की वजह से इस बार काम शुरू करने में थोड़ा समय लगा है. लेकिन सीएम योगी ने ये साफ़ कर दिया है कि कुंभ के काम को प्राथमिकता पर समय से पहले पूरा करना होगा. सीएम योगी के पहले कार्यकाल में कुंभ का आयोजन हुआ था, जो काफी भव्य रहा था. अपने दूसरे कार्यकाल में होने वाले महाकुंभ को लेकर सीएम योगी कोई कमी नहीं रहने देना चाहते हैं.
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