पुणे पुलिस ने विवादों में घिरीं प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के माता-पिता की वैवाहिक स्थिति के बारे में एक रिपोर्ट महाराष्ट्र सरकार को भेज दी है. पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि दंपति दिलीप और मनोरमा खेडकर ‘‘कानूनी रूप से अलग हो गए हैं.'' उन्होंने इस बारे में और अधिक जानकारी नहीं दी.
दरअसल केंद्र ने पुणे पुलिस को निर्देश दिया था कि वह विवादों में घिरीं भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की प्रशिक्षु अधिकारी पूजा खेडकर के माता-पिता की वैवाहिक स्थिति से उसे अवगत कराए. केंद्र ने यह निर्देश पूजा पर यह आरोप लगने के बाद दिया, जिसमें कहा गया है कि उन्होंने माता-पिता के अलग होने का दावा कर यूपीएससी परीक्षा में गलत तरीके से अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) गैर ‘क्रीमी लेयर' का लाभ लिया.
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने बुधवार को राज्य सरकार को रिपोर्ट भेज दी है और इसे आगे केंद्र को भेजा जाएगा.'' पूजा खेडकर पर महाराष्ट्र में पुणे के जिला कलेक्टरेट में प्रशिक्षण के दौरान ऐसी सुविधाएं और भत्तों की मांग करके ताकत और विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है, जिनकी वह हकदार नहीं थीं.
पूजा खेडकर ने दिल्ली में विभिन्न अकादमियों में अपने मॉक इंटरव्यू के दौरान दावा किया था कि उनके परिवार की आय शून्य है, क्योंकि उनके माता-पिता तलाकशुदा हैं और वह अपनी मम्मी के साथ रहती थी.
दिलीप और मनोरमा खेडकर ने 2009 में पुणे के पारिवारिक न्यायालय में आपसी सहमति से तलाक के लिए अर्जी दी. 25 जून 2010 को दोनों का तलाक़ हो गया , इस मामले में यह भी सामने आया है कि तलाक़ होने के बावजूद भी मनोरमा और दिलीप एक साथ ही रह रहे थे. वही हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान दिलीप खेडकर द्वारा प्रस्तुत हलफनामा में उन्होंने मनोरमा खेडकर को अपनी पत्नी बताया था.
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