अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान है. इस बीच जानेमाने कवि और अब राम के जीवन से प्रसंग मंचों पर सुनाने वाले कुमार विश्वास ने अयोध्या पहुंच एनडीटीवी से ख़ास बातचीत की. कुमार विश्वास बिन चप्पल के अयोध्या आये हैं और कल के कार्यक्रम में भी बिना चप्पल ही शामिल होंगे.
नंगे पांव पहुंचे अयोध्या
नंगे पांव अयोध्या आने का कारण पूछने पर कुमार विश्वास ने कहा, "अयोध्या में कभी प्रभु राम नंगे पांव चले होंगे. उसी अनुभूति को महसूस करने मैं इस तरह अयोध्या जी में कड़कड़ाती ठंड में सरयू किनारे घूमूंगा" कुमार विश्वास ने कहा कि हमारी पीढ़ी ने सबसे पहले अगर कोई आंदोलन देखा, तो वो राम जन्मभूमि का आंदोलन ही था. हमने इस आंदोलन को परवान चढ़ते भी देखा, इस आंदोलन का समर्थन करने और विरोध करने वालों को भी देखा, प्रचंड आवेग भी देखा और अब संकल्प भक्ति की वजह से मंदिर बनते भी देख रहे हैं.
खुशी भी, और दुख भी...
कुमार विश्वास कहते हैं कि राम मंदिर के मामले में सियासत की वजह से देरी की गई. हम चाहते थे कि दोनों पक्ष आपस में मिलकर मसले को सुलझा लें, लेकिन शायद सियासी लोगों को ये मंजूर न था. आज सदियों की प्रतीक्षा के बाद इंतज़ार ख़त्म हो रहा है. उन्होंने कहा कि खुशी इस बात की है कि मंदिर बन रहा है और दुख इस बात का कि ये बहुत देर से हो रहा है.
अगर 5 मिनट रामलला की मूर्ति को देख लें...
कुमार विश्वास ने कहा कि टेंट में भी रामलला को देखा, अस्थाई मंदिर में भी देखा और अब स्थाई मंदिर में भी रामलला को देखेंगे. उन्होंने बताया कि वो लगातार 5 मिनट तक अगर रामलला की मूर्ति को देख लें, तो आंखों से आंसू निकल पड़ते हैं. अयोध्या को लेकर उन्होंने कहा कि पहले अयोध्या के लोगों को मूलभूत चीज़ें नहीं मिलती थीं, लेकिन अब अयोध्या के लोगों को विकास की अनुभूति होगी. आख़िर में कुमार विश्वास ने कहा सीता के रघुनाथ, लखन के भ्राता सुख के धाम मिलेंगे, शबरी के रघुनन्दन चले आओ अब अपने अपने राम मिलेंगे.
अयोध्या में राममंदिर का पहला चरण पूरा होने वाला है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेंगे. करोड़ों लोग इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस अवसर पर अयोध्या को फूलों और रंगोली से सजाया गया है.
ये भी पढ़ें :-
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं