
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 13,000 करोड़ रुपये के लोन ‘‘धोखाधड़ी'' मामले में आरोपी भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया. पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के व्हिसलब्लोअर हरिप्रसाद एसवी ने बेल्जियम के कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा भगोड़े भारतीय व्यवसायी मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी की सराहना की है. इस मामले में चोकसी के भतीजे हीरा व्यापारी नीरव मोदी के बाद दूसरे ‘‘प्रमुख संदिग्ध'' के खिलाफ कार्रवाई शनिवार को सीबीआई और ईडी के अनुरोध के आधार पर की गई.
मेहुल की गिरफ्तारी पर क्या बोले PNB स्कैम के व्हिसलब्लोअर
एएनआई से बात करते हुए, हरिप्रसाद ने इसे न केवल भारत के लिए बल्कि उन सभी लोगों के लिए "बड़ी खुशखबरी" करार दिया, जो उसके द्वारा ठगे गए थे. उन्होंने कहा, "वाह, बेल्जियम में भगोड़े मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी न केवल भारत के लिए बल्कि उन सभी लोगों के लिए भी बड़ी खुशखबरी है, जो उसके द्वारा ठगे गए थे. सरकार को उसे जल्द से जल्द भारत वापस लाना चाहिए और लोगों को इंसाफ मिलना चाहिए."
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भगोड़े से अरबों डॉलर वापस लिए जाए, जो भारत से लूटे
हरिप्रसाद ने कहा, "उसे वापस लाने के अलावा, सबसे जरूरी बात यह है कि वह उन सभी अरबों डॉलर को वापस लाए, जो उसने भारत से लूटे थे और दुनिया में कहीं भी छिपाए थे. उम्मीद है कि भारत सरकार इस बार सफल होगी. ये बड़ी खुशखबरी है." 26 जुलाई, 2016 को बेंगलुरु के हरि प्रसाद ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को पत्र लिखकर संभावित बड़े पैमाने पर घोटाले के बारे में चिंता जताई थी. अपने पत्र में प्रसाद ने बताया कि बैलेंस शीट साफ जाहिर है कि कुछ तो गड़बड़ है. इस बीच, सूत्रों का कहना है कि चोकसी को शनिवार को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया.
मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश में भारत
सूत्रों ने आगे बताया कि भारत में उसके प्रत्यर्पण की तैयारी की जा रही है. जो मेडिकल ट्रींटमेंट के लिए बेल्जियम गया था जिसके बाद से वह वहीं था. भारत छोड़ने के बाद से वह 2018 से एंटीगुआ में रह रहा था. सूत्रों ने बताया कि कुछ समय पहले ही उसके खिलाफ इंटरपोल रेड नोटिस को ‘‘हटा दिया गया'' था और तभी से भारतीय एजेंसियां उसे प्रत्यर्पण कर भारत लाने के प्रयास में लगी हैं. उन्होंने कहा कि प्रत्यर्पण अनुरोध के तहत भारतीय एजेंसियों ने 2018 और 2021 में मुंबई की एक विशेष अदालत द्वारा जारी कम से कम दो ‘ओपन-एंडेड' गिरफ्तारी वारंट अपने बेल्जियम समकक्षों के साथ साझा किए हैं.
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कानूनी लड़ाई की कोशिश में लगा हुआ चोकसी
हालांकि चोकसी फिलहाल कानूनी लड़ाई की तैयारी कर रहा है. उसका बचाव दल जमानत के लिए आगे बढ़ने की योजना बना रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि वह उसके प्रत्यर्पण का विरोध करेगा. लीगल टीम का कहना है कि चोकसी के पास प्रत्यर्पण अनुरोध को चुनौती देने के लिए मजबूत कारण हैं, जिसमें अन्य तर्कों के अलावा उसकी मेडिकल कंडीशन का हवाला दिया गया है. 65 वर्षीय भगोड़ा हीरा व्यापारी, जो 2 जनवरी, 2018 को भारत से भाग गया था, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पीएनबी से 13,850 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में वॉन्टेड है.
मेहुल चोकसी का भतीजा नीरव मोदी भी धोखाधड़ी में शामिल
मेहुल चोकसी का भतीजा नीरव मोदी भी धोखाधड़ी में उसके साथ शामिल है. चोकसी शुरुआत में एंटीगुआ में बसने से पहले अमेरिका गया, भारत छोड़ने से पहले, चोकसी ने 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता ले ली और बाद में उसे डोमिनिका में गिरफ्तार कर लिया गया, कथित तौर पर क्यूबा भागने की कोशिश कर रहा था, हालांकि उसके वकील ने दावा किया था कि उसे एंटीगुआ से अगवा किया गया था. भारत द्वारा अदालत में प्रत्यर्पण के लिए प्रतिनिधित्व करने के बावजूद डोमिनिका ने उसे वापस एंटीगुआ भेज दिया. उसे कथित तौर पर बेल्जियम में कैंसर का इलाज कराने के लिए डोमिनिका छोड़ दिया था.
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