युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य
कोच्चि:
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कोच्चि के पास अरब सागर में संयुक्त कमांडर्स कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे। यह पहला मौका है जब रक्षा मंत्री और तीनों सेनाओं के प्रमुख सहित टॉप कमांडर्स का यह सम्मेलन राजधानी दिल्ली से बाहर समुद्र के बीचोंबीच हो रहा है। यह कान्फ्रेंस नौसेना के आधुनिकतम विमान-वाहक युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य पर होगी।
इस सम्मलेन में तीनों सेनाओं के प्रमुख देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा की चुनौतियों और उनसे निपटने की तैयारियों के बारे में चर्चा करेंगे। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सेना के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को देश के सामरिक और सुरक्षा नीति से अवगत कराएंगे। इस सम्मेलन में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, एनएसए अजीत डोभाल और खुफिया एजेंसियों के प्रमुख भी हिस्सा लेंगे।
एक दर्जन युद्धपोत का शक्ति प्रदर्शन
सम्मेलन सुबह नौ बजे शुरु होगा और करीब 2 बजे तक चलेगा। इसके बाद नौसेना प्रधानमंत्री मोदी के सामने अपना शक्ति-प्रर्दशन करेगी। इसमें विमान-वाहक युद्धपोत पर लड़ाकू-विमान मिग-29 के का टेक-ऑफ और लैंडिग दिखाया जाएगा। साथ ही नौसेना के दूसरे युद्धपोत आईएनएस विराट सहित करीब एक दर्जन युद्धपोत इस शक्ति-प्रर्दशन में हिस्सा लेंगे। यह सभी युद्धपोत सम्मेलन की सुरक्षा में भी तैनात रहेंगे।
यह सम्मेलन राजधानी दिल्ली से बाहर पीएम की सलाह पर ही हो रहा है। दरअसल, पिछली कमांडर्स कांफ्रेंस में खुद पीएम मोदी ने सेनाओं को सलाह दी थी कि इस तरह की महत्वपूर्ण मीटिंग ऑपरेशनल-इलाकों और युद्धपोत पर होनी चाहिए इसीलिए यह कांफ्रेंस आईएनएस विक्रमादित्य पर हो रही है।संयुक्त कमांडर्स कांफ्रेंस अमूमन हर साल अक्टूबर में होती है लेकिन इस बार बिहार चुनाव के चलते दिसम्बर में हो रही है।
इस सम्मलेन में तीनों सेनाओं के प्रमुख देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा की चुनौतियों और उनसे निपटने की तैयारियों के बारे में चर्चा करेंगे। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सेना के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को देश के सामरिक और सुरक्षा नीति से अवगत कराएंगे। इस सम्मेलन में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, एनएसए अजीत डोभाल और खुफिया एजेंसियों के प्रमुख भी हिस्सा लेंगे।
एक दर्जन युद्धपोत का शक्ति प्रदर्शन
सम्मेलन सुबह नौ बजे शुरु होगा और करीब 2 बजे तक चलेगा। इसके बाद नौसेना प्रधानमंत्री मोदी के सामने अपना शक्ति-प्रर्दशन करेगी। इसमें विमान-वाहक युद्धपोत पर लड़ाकू-विमान मिग-29 के का टेक-ऑफ और लैंडिग दिखाया जाएगा। साथ ही नौसेना के दूसरे युद्धपोत आईएनएस विराट सहित करीब एक दर्जन युद्धपोत इस शक्ति-प्रर्दशन में हिस्सा लेंगे। यह सभी युद्धपोत सम्मेलन की सुरक्षा में भी तैनात रहेंगे।
यह सम्मेलन राजधानी दिल्ली से बाहर पीएम की सलाह पर ही हो रहा है। दरअसल, पिछली कमांडर्स कांफ्रेंस में खुद पीएम मोदी ने सेनाओं को सलाह दी थी कि इस तरह की महत्वपूर्ण मीटिंग ऑपरेशनल-इलाकों और युद्धपोत पर होनी चाहिए इसीलिए यह कांफ्रेंस आईएनएस विक्रमादित्य पर हो रही है।संयुक्त कमांडर्स कांफ्रेंस अमूमन हर साल अक्टूबर में होती है लेकिन इस बार बिहार चुनाव के चलते दिसम्बर में हो रही है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं