नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज उत्तराखंड के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भयंकर बारिश और विनाशकारी बाढ़ की चपेट में आकर सौ से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं और हिमालय के तीर्थस्थलों पर हजारों तीर्थयात्री फंसे हुए हैं।
इस मुद्दे पर आज सुबह कांग्रेस कोर समूह की बैठक में चर्चा की गई। उत्तराखंड के हालात को पहले से बेहतर बताते हुए वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने यहां संवाददाताओं से कहा कि खाद्य मंत्री केवी थॉमस प्रभावित राज्यों में अधिक अनाज पहुंचाने के लिए कदम उठा रहे हैं।
कोर समूह की बैठक के बाद चिदंबरम ने कहा कि यह सुनिश्चित करना उद्देश्य है कि अनाज और खाने के पैकेट प्रभावित लोगों को उपलब्ध हों।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा कि गौरीकुंड में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर भेजे गए हैं। बद्रीनाथ में एक नियंत्रण केन्द्र स्थापित किया गया है। आईटीबीपी (भारत-तिब्ब्त सीमा पुलिस) ने जोशीमठ में 6400 लोगों को शरण दी है।
शिन्दे ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 540 कर्मियों की 14 टीमें उत्तराखंड में तैनात की गई हैं। इस राज्य में 62790 लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं। सेना ने 5000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया है।
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भयंकर बारिश और विनाशकारी बाढ़ की चपेट में आकर सौ से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं और हिमालय के तीर्थस्थलों पर हजारों तीर्थयात्री फंसे हुए हैं।
इस मुद्दे पर आज सुबह कांग्रेस कोर समूह की बैठक में चर्चा की गई। उत्तराखंड के हालात को पहले से बेहतर बताते हुए वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने यहां संवाददाताओं से कहा कि खाद्य मंत्री केवी थॉमस प्रभावित राज्यों में अधिक अनाज पहुंचाने के लिए कदम उठा रहे हैं।
कोर समूह की बैठक के बाद चिदंबरम ने कहा कि यह सुनिश्चित करना उद्देश्य है कि अनाज और खाने के पैकेट प्रभावित लोगों को उपलब्ध हों।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा कि गौरीकुंड में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर भेजे गए हैं। बद्रीनाथ में एक नियंत्रण केन्द्र स्थापित किया गया है। आईटीबीपी (भारत-तिब्ब्त सीमा पुलिस) ने जोशीमठ में 6400 लोगों को शरण दी है।
शिन्दे ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 540 कर्मियों की 14 टीमें उत्तराखंड में तैनात की गई हैं। इस राज्य में 62790 लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं। सेना ने 5000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया है।
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