विशेष विमान से:
उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर किसानों के विरोध के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि इस अति संवेदनशील मामले पर फिर से विचार करने की जरूरत है और उन्होंने कृषकों के हितों की रक्षा के लिए मॉनसून सत्र में संसद में विधेयक पेश करने का वादा किया। विदेश यात्रा से स्वदेश लौटते हुए विशेष विमान में सिंह ने संवाददाताओं से कहा, भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर हमें फिर से विचार करने की जरूरत है। हमारे पास एक विधेयक है जो कुछ समय से बिल्कुल तैयार रखा है और हम इसे अगले मॉनसून सत्र में संसद में उसकी अनुमति के लिए पेश करने के लिए कटिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, मैं मानता हूं कि भूमि अधिग्रहण बहुत ही संवेदनशील मुद्दा बन गया है और महत्वपूर्ण जमीन का अधिग्रहण जायज चिंता खड़ा करता है। प्रधानमंत्री से ग्रेटर नोएडा में किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन के बारे पूछा गया था। उनसे यह भी पूछा गया था कि सरकार कैसे इस मुद्दे से निबटने को सोच रही है। उन्होंने कहा कि किसानों से जुड़ा यह मुद्दा संवेदनशील रहा है और संवेदनशील रहेगा तथा हमें इसे ढंग से संभालना होगा। उसी के साथ ही उन्होंने राजनीतिक दलों से इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने की अपील की। सिंह ने कहा, मैं समझता हूं कि बेरोजगारी और गरीबी की समस्या के हल के लिए औद्योगिकीकरण देश के लिए अनिवार्य है। लेकिन यह प्रक्रिया न्यायसंगत हो। इसको सुनिश्चित करने का एक तरीका यह है कि भूमि अधिग्रहण किसानों को उनकी जीविका से वंचित करने का औजार नहीं बने।
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