दुनिया का सबसे बड़ा हैकाथॉन, 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन' देश के 26 स्थानों पर शुरू होगा....
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात कूटनीति से लेकर अवसंरचना और प्रौद्योगिकी से लेकर अध्यात्म समेत विविधि विषयों पर युवाओं को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट पर यह जानकारी दी. करीब 10,000 युवा समस्याओं के नवोन्मेषी समाधान के लिए 36 घंटे एकसाथ बैठकर मंथन करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के बाद इसमें हिस्सा ले रहे विभिन्न स्थानों से ताल्लुक रखने वाले युवाओं के बीच बातचीत होगी. मानव संसाधन विभाग द्वारा की गई यह अनूठी पहल है.
मंथन रात 8 बजे शुरू होगा और कल सुबह 8 बजे तक चलेगा. दुनिया का सबसे बड़ा हैकाथॉन, 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन' शनिवार से देश के 26 जगहों पर शुरू होगा. 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन' के बारे में कहा जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा हैकाथॉन है. इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, इस हैकाथॉन का उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना है, जिसमें लगभग 10,000 छात्र 598 समस्याओं का डिजिटल समाधान करते दिखाई देंगे. केंद्र सरकार के 29 विभागों ने इन 598 समस्याओं की पहचान की है, जिनमें हवाईअड्डों की जियो-फेंसिंग, ऑनलाइन टोल कलेक्शन, स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट, साइबल हमले तथा हवाईक्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए स्मार्ट ड्रोन भी शामिल हैं.
लगातार 36 घंटे तक चलने वाली डिजिटल प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता शनिवार को सुबह आठ बजे से देश की 26 विभिन्न जगहों पर शुरू होगी. हर जगह पर हैकाथॉन की जिम्मेदारी एक केंद्रीय विभाग या मंत्रालय की होगी. शीर्ष तीन टीमों को एक लाख रुपये, 75,000 रुपये तथा 50,000 रुपये से पुरस्कृत किया जाएगा और डिजिटल सॉल्यूशंस का इस्तेमाल मंत्रालय/विभाग शासन प्रणाली का सुधार करने के लिए करेगा.
पुरस्कार पाने वाले सभी विजेताओं को कम्युनिटी ऑफ इनोवेटिव माइंड्स में शामिल किया जाएगा. हैकाथॉन का उद्देश्य देश में पेटेंट के बारे में जागरूकता में सुधार करना भी है. वर्ल्ड इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूआईपीओ) के मुताबिक, भारत में प्रति 10 लाख की आबादी में 40 पेटेंट होता है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मंथन रात 8 बजे शुरू होगा और कल सुबह 8 बजे तक चलेगा. दुनिया का सबसे बड़ा हैकाथॉन, 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन' शनिवार से देश के 26 जगहों पर शुरू होगा. 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन' के बारे में कहा जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा हैकाथॉन है. इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, इस हैकाथॉन का उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना है, जिसमें लगभग 10,000 छात्र 598 समस्याओं का डिजिटल समाधान करते दिखाई देंगे. केंद्र सरकार के 29 विभागों ने इन 598 समस्याओं की पहचान की है, जिनमें हवाईअड्डों की जियो-फेंसिंग, ऑनलाइन टोल कलेक्शन, स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट, साइबल हमले तथा हवाईक्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए स्मार्ट ड्रोन भी शामिल हैं.
लगातार 36 घंटे तक चलने वाली डिजिटल प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता शनिवार को सुबह आठ बजे से देश की 26 विभिन्न जगहों पर शुरू होगी. हर जगह पर हैकाथॉन की जिम्मेदारी एक केंद्रीय विभाग या मंत्रालय की होगी. शीर्ष तीन टीमों को एक लाख रुपये, 75,000 रुपये तथा 50,000 रुपये से पुरस्कृत किया जाएगा और डिजिटल सॉल्यूशंस का इस्तेमाल मंत्रालय/विभाग शासन प्रणाली का सुधार करने के लिए करेगा.
पुरस्कार पाने वाले सभी विजेताओं को कम्युनिटी ऑफ इनोवेटिव माइंड्स में शामिल किया जाएगा. हैकाथॉन का उद्देश्य देश में पेटेंट के बारे में जागरूकता में सुधार करना भी है. वर्ल्ड इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूआईपीओ) के मुताबिक, भारत में प्रति 10 लाख की आबादी में 40 पेटेंट होता है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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