प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार सरकार द्वारा राज्य में सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ विश्व की सबसे लंबी मानव श्रृंखला बनाने के प्रयास की सराहना की. यह मानव श्रृंखला करीब 13,000 किलोमीटर से ज्यादा लंबी थी. स्वसशक्तीकरण और आत्म सुधार भारतीय समाज की मुख्य बातें हैं, जिनपर जोर देते हुए मोदी ने कहा, "कुछ दिन पहले बिहार ने एक अनूठी पहल की. समाजिक कुरीतियों को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए राज्य में एक 13 हजार किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई." मोदी ने अपने मासिक मन की बात कार्यक्रम के 40वें संस्करण में कहा, "इस पहल के माध्यम से लोगों ने बाल विवाह, दहेज प्रथा के साथ दूसरे मुद्दों को उठाया."
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इस पहल में सभी उम्र के और स्तर के लोगों ने हिस्सा लिया, जो 21 जनवरी को पटना के गांधी मैदान से शुरू हुई थी. मोदी ने लोगों से सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लड़ने का आग्रह किया, ताकि सही मायनों में विकास के फायदे मिल सकें. मोदी ने कहा, "हम साथ मिलकर इन कुरीतियों के खिलाफ लड़ें और इन्हें हमारे समाज से बाहर करें, ताकि एक नए भारत का निर्माण हो सके. मैं बिहार के लोगों, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार की इस तरह की पहल के लिए सराहना करता हूं." उन्होंने यह भी कहा कि देश में जन औषधि केंद्रों ने स्वास्थ्य क्षेत्र को वहनीय बनाया है और साथ ही जीवन को आसान बनाने के लिए प्रोत्साहित किया है.
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उन्होंने कहा, "तीन हजार से ज्यादा जन औषधि केंद्र ब्रांडेड दवाओं से 50 से 90 फीसदी तक कम कीमत पर बाजार में उपलब्ध हैं. जिसने स्वास्थ्य क्षेत्र को वहनीय बनाया है और साथ ही जीवन को आसान बनाने के लिए प्रोत्साहन दिया है." मोदी ने कहा कि इसके पीछे का सिर्फ यही उद्देश्य था कि गरीब से गरीब लोगों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता और स्वास्थ्य क्षेत्र को वहनीय बनाना था, ताकि एक स्वस्थ और समृद्ध भारत बन सके.
VIDEO: मन की बात : पीएम मोदी बोले- नारी शक्ति की कोई सीमा नहीं है
उन्होंने महाराष्ट्र में मोरना नदी को साफ करने के लिए अकोला के 6,000 से अधिक लोगों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह लोगों को उसी दिशा में प्रयास करने के लिए प्रेरणा देगा.
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इस पहल में सभी उम्र के और स्तर के लोगों ने हिस्सा लिया, जो 21 जनवरी को पटना के गांधी मैदान से शुरू हुई थी. मोदी ने लोगों से सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लड़ने का आग्रह किया, ताकि सही मायनों में विकास के फायदे मिल सकें. मोदी ने कहा, "हम साथ मिलकर इन कुरीतियों के खिलाफ लड़ें और इन्हें हमारे समाज से बाहर करें, ताकि एक नए भारत का निर्माण हो सके. मैं बिहार के लोगों, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार की इस तरह की पहल के लिए सराहना करता हूं." उन्होंने यह भी कहा कि देश में जन औषधि केंद्रों ने स्वास्थ्य क्षेत्र को वहनीय बनाया है और साथ ही जीवन को आसान बनाने के लिए प्रोत्साहित किया है.
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उन्होंने कहा, "तीन हजार से ज्यादा जन औषधि केंद्र ब्रांडेड दवाओं से 50 से 90 फीसदी तक कम कीमत पर बाजार में उपलब्ध हैं. जिसने स्वास्थ्य क्षेत्र को वहनीय बनाया है और साथ ही जीवन को आसान बनाने के लिए प्रोत्साहन दिया है." मोदी ने कहा कि इसके पीछे का सिर्फ यही उद्देश्य था कि गरीब से गरीब लोगों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता और स्वास्थ्य क्षेत्र को वहनीय बनाना था, ताकि एक स्वस्थ और समृद्ध भारत बन सके.
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उन्होंने महाराष्ट्र में मोरना नदी को साफ करने के लिए अकोला के 6,000 से अधिक लोगों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह लोगों को उसी दिशा में प्रयास करने के लिए प्रेरणा देगा.
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