पीएम नरेंद्र मोदी 12 फरवरी को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के सोहना-दौसा खंड का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद देश की राजधानी दिल्ली और राजस्थान की राजधानी जयपुर के बीच की यात्रा सिर्फ करीब दो घंटे में पूरी हो सकेगी. बता दें, दिल्ली और मु्ंबई के बीच बनाया जा रहा एक्सप्रेस वे 1390 किलोमीटर लंबा है, इससे दिल्ली और मुंबई के बीच का सफर 24 के बजाए केवल 12 घंटे में पूरा हो सकेगा. इस एक्सप्रेस वे के अगले साल मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है. यह आठ लेन का एक्सप्रेस वे है जो 12 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा. यह दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात होते हुए महाराष्ट्र पहुंचेगा.
गौरतलब है कि इससे पहले, पीएम मोदी ने पिछले वर्ष जुलाई में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था. इस एक्सप्रेसवे का काम 28 महीने के भीतर पूरा किया गया है. चार लेन वाले एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) के तत्वावधान में लगभग 14,850 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और आगे चलकर इसे छह लेन तक भी विस्तारित किया जा सकता है. यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास गोंडा गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग-35 से लेकर इटावा जिले के कुदरैल गांव तक फैला हुआ है, जहां यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ मिल जाता है. यह एक्सप्रेसवे सात जिलों यानी चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा से होकर गुजरता है.
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