Delhi News: 'किसान दिवस' के खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने देश के अन्नदाताओं को आत्मनिर्भर बनने का एक नया रास्ता दिखाया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक भावुक वीडियो में पीएम मोदी ने न सिर्फ किसानों की चिंताओं को समझा, बल्कि प्राकृतिक खेती (Natural Farming) को लेकर एक ऐसी प्रैक्टिकल सलाह दी है, जो हर किसान के मन से 'पैदावार घटने' का डर निकाल देगी.
'पूरे खेत में नहीं, छोटे हिस्से से करें शुरुआत'
अक्सर किसानों को डर रहता है कि केमिकल छोड़कर प्राकृतिक खेती करने से उनकी पैदावार कम हो जाएगी. किसानों की इसी दुविधा को दूर करते हुए पीएम मोदी ने वीडियो में सलाह दी. उन्होंने बताया, 'आप एकदम से पूरे खेत में बदलाव न करें. पहले अपने खेत के एक छोटे से हिस्से में प्राकृतिक खेती शुरू करें. वहां के नतीजे देखें, मिट्टी में सुधार महसूस करें और जब आत्मविश्वास बढ़ जाए, तब इसे धीरे-धीरे पूरे खेत में लागू करें.'
किसान कृष्ण कुमार और पीएम की बातचीत
'मोदी स्टोरी' द्वारा शेयर किए गए 2.41 मिनट के इस वीडियो में दालों की खेती करने वाले किसान कृष्ण कुमार अपनी कहानी सुना रहे हैं.
Today is #KisanDiwas, a day that celebrates the farmer not just as an #Annadata, but as a nation-builder.
— Modi Story (@themodistory) December 23, 2025
When the Dhan-Dhanya Yojana and the Mission for Aatmanirbharta (self-reliance) in Pulses were launched, farmers engaged in cultivation of pulses were invited to interact… pic.twitter.com/TTkmfQKjNm
पीएम मोदी ने उनसे पूछा- आपने दालों की खेती कैसे शुरू की?
जवाब में कृष्ण कुमार ने बताया कि कैसे केंद्र सरकार की योजनाओं और प्राकृतिक खेती ने उनके जीवन और मिट्टी, दोनों को बदल दिया है.
पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि भारत को दाल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनना ही होगा ताकि विदेशों से आयात कम किया जा सके.
'अन्नदाता' से 'राष्ट्र-निर्माता' तक का सफर
इस विशेष वीडियो में पीएम ने किसानों को केवल 'अन्नदाता' के रूप में ही नहीं, बल्कि राष्ट्र की नींव रखने वाले 'राष्ट्र-निर्माता' के तौर पर सम्मानित किया है. पीएम ने स्पष्ट किया कि सरकार का लक्ष्य किसानों को केवल संसाधन देना नहीं, बल्कि उन्हें सुरक्षा और आत्मविश्वास से लैस करना है. इस विजन को हकीकत में बदलने के लिए वीडियो में केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं की ताकत को दर्शाया गया है.
जहां धन-धान्य योजना के जरिए भारत को दालों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की एक नई और क्रांतिकारी पहल शुरू की गई है, वहीं किसान सम्मान निधि योजना सीधे किसानों के खातों में आर्थिक मदद पहुंचाकर उनकी छोटी-बड़ी जरूरतों को पूरा कर रही है. इसके साथ ही, फसल बीमा योजना किसानों के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह काम कर रही है, जो कुदरती आपदा या मौसम की मार से होने वाले नुकसान की भरपाई कर उन्हें बड़ी आर्थिक तबाही से बचाती है. ये योजनाएं सामूहिक रूप से किसानों के जीवन में सम्मान और आत्मनिर्भरता का नया संचार कर रही हैं.
क्यों मनाया जाता है किसान दिवस?
आज का दिन पूर्व प्रधानमंत्री और किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह की जयंती के रूप में मनाया जाता है. पीएम मोदी का यह वीडियो संदेश उनके उसी सपने को आगे बढ़ाता है, जहाँ सशक्त किसान ही एक मजबूत राष्ट्र की नींव है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं