
- PM नरेंद्र मोदी ने काशी के पुजारियों के लिए हिमाचल से भांग के रेशों से बनी खास पूले जूतियां मंगवाई हैं.
- ये पूले जूतियां हिमाचल के सेल्फ हेल्प ग्रुप द्वारा बनाई जाती हैं. पीएम मोदी ने लगभग 250 जोड़े मंगवाए हैं.
- प्रधानमंत्री ने बिल भेजने में देरी होने पर फोन किया, फिर खुद अपने खाते से 24 हजार का भुगतान किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी के पंडितों के लिए भांग के रेशों से बनी खास जूतियां मंगवाई है. इसे 'पूले' कहा जाता है. पीएम मोदी ने इसे हिमाचल से मंगवाया है. इस बात की जानकारी हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दी. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इसके लिए मुझे प्रधानमंत्री का फोन आया था. उन्होंने यह भी बताया कि इन खास जूतियों का बिल भेजने में देरी हुई तो पीएम मोदी ने फिर से फोन कर बिल भेजने को कहा. फिर उन्होंने खुद के खाते से 12-12 हजार के दो पेमेंट किए.
हिमाचल के सेल्फ हेल्प ग्रुप से मंगवाई जूतियां
जयराम ठाकुर ने बताया कि पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश में बनने वाली पूले काशी के बाबा विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों को भेंट किया. जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने सराज विधानसभा के छतरी क्षेत्र के दो सेल्फ हेल्प ग्रुप से संपर्क किया और लगभग 250 पूले लेकर पीएम को भेजी. मगर उन्होंने बिल साथ नहीं भेजा.
पीएम मोदी ने खुद के खाते से किया 24 हजार का पेमेंट
उन्होंने कहा कि इसके बाद पीएम का उन्हें फिर से फोन आया कि आपने बिल नहीं भेजा? पीएम ने उन्हें जल्दी बिल भेजने को कहा. उन्होंने PM को बिल और दोनों सेल्फ हेल्प ग्रुप के अकाउंट भेजे कुछ दिन बाद मालूम पड़ा कि नरेंद्र मोदी ने खुद अपने अकाउंट से दोनों सेल्फ हेल्प ग्रुप के खाते में पेमेंट डाली.
जयराम ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री ने पूले काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों के लिए मंगवाई थी, क्योंकि सर्दियों में सुबह-शाम पूजा के दौरान नंगे पांव से पुजारियों को ठंड से जूझना पड़ता है.

भांग के रेशों से बनी खास जूतियां.
भांग की छाल से बनाया जाता है पूले
दरअसल "पूले" एक पारंपरिक जूतियां है. इन्हें भांग की डाली से निकलने वाली छाल (रेशा) से बनाया जाता है. मंडी के सराज विधान क्षेत्र की रमेशु देवी महिला ने कहा की जयराम ठाकुर ने हमे कहा कि प्रधानमंत्री ने पुले मांगी हमने 250 जोड़े दिए जिसकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुले की पेमेंट की हमे भेज दी.
कुल्लू और मंडी के क्षेत्रों में भांग से तैयार होती है पूले
बता दें कि हिमाचल के कुल्लू और मंडी के कुछ क्षेत्रों में पूले बनाई जाती है. इन्हें धार्मिक अनुष्ठान और मंदिरों में लगाया जाता है. भांग से बनने वाली पूले शुद्ध मानी जाती है. यह पांव को भी गर्म रखती है. पहाड़ों पर सर्दियों में लोग इनका इस्तेमाल घरों के भीतर भी करते हैं.
काशी के पुजारियों के लिए पीएम मोदी का नायाब तोहफा
अब इसे महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप भी इन्हें बना रहे हैं. प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में जब देवी-देवताओं के कार्यक्रम होते हैं, उस दौरान इनकी काफी डिमांड रहती है, क्योंकि देवी-देवताओं के सामने जूते पहनकर चलने की इजाजत नहीं होती. इसी मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये पुले मंगवाई कि काशी विश्वनाथ में इसको पहनकर मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए जा सके और पुजारियों के लिए भी प्रधानमंत्री की तरफ से उपहार स्वरूप होगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं