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भारत में रिसर्च और इनोवेशन को मिलेगी नई उड़ान, पीएम मोदी ने लॉन्च किया 1 लाख करोड़ का आरडीआई फंड

देश के R&D इकोसिस्टम को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने एक लाख करोड़ रुपये की रिसर्च, डेवलपमेंट और इनोवेशन (RDI) स्कीम फंड की शुरुआत की.

भारत में रिसर्च और इनोवेशन को मिलेगी नई उड़ान, पीएम मोदी ने लॉन्च किया 1 लाख करोड़ का आरडीआई फंड
  • PM मोदी ने पहले उभरते विज्ञान और टेक्नोलॉजी इनोवेशन कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया
  • कॉन्फ्रेंस में 3 हजार से अधिक प्रतिभागी, नोबेल पुरस्कार विजेता, वैज्ञानिक, इनोवेटर्स शामिल होंगे
  • एक लाख करोड़ रुपये की रिसर्च, डेवलपमेंट और इनोवेशन स्कीम का उद्देश्य रिसर्च को बढ़ावा देना है
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नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में उभरते विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सम्मेलन (ESTIC) 2025 का उद्घाटन किया. इस मौके पर पीएम ने 1 लाख करोड़ रुपये के अनुसंधान विकास और नवाचार (RDI) योजना कोष का शुभारंभ किया. इस योजना का उद्देश्य देश में निजी क्षेत्र द्वारा संचालित अनुसंधान और विकास पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है. 

ESTIC को विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सरकार का एक अहम प्रोग्राम बताया गया है, जिसे हर साल आयोजित किया जाएगा. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के बयान के अनुसार, तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस में शैक्षणिक संस्थान, रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, इंडस्ट्री और सरकार की ओर से 3,000 से ज्यादा प्रतिभागी शामिल होंगे. इसके अलावा नोबेल पुरस्कार विजेता, प्रमुख वैज्ञानिक, इनोवेटर्स और पॉलिसी मेकर्स भी भाग ले रहे हैं.

‘Imagine (कल्पना करो), Innovate (नवाचार करो), Inspire (प्रेरणा दो)' थीम के तहत यह कॉन्फ्रेंस पॉलिसी मेकर्स, टॉप साइंटिस्ट्स, इंडस्ट्री लीडर्स, एजुकेटर्स, स्टार्टअप्स और रिसर्चर्स को एक प्लेटफॉर्म पर लेकर आया है.

विज्ञान और टेक्नोलॉजी मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि ESTIC एक ऐसा मंच है जो कमियों की पहचान, पार्टनरशिप बनाने और विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी को भारत की डेवलपमेंट प्रायोरिटीज से जोड़ने के रास्ते तैयार करेगा. 
कॉन्फ्रेंस में वैज्ञानिकों के लेक्चर, पैनल डिस्कशन, प्रेजेंटेशन और टेक्नोलॉजी शोकेस होंगे, जो भारत के साइंस एंड टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए रिसर्चर्स, इंडस्ट्री और यंग इनोवेटर्स के बीच सहयोग को बढ़ावा देंगे. 

कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से 11 विषयों पर चर्चा होगी:

  • एडवांस्ड मटेरियल्स और मैन्युफैक्चरिंग
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
  • बायो-मैन्युफैक्चरिंग
  • ब्लू (ओशन) इकोनॉमी
  • डिजिटल कम्युनिकेशन
  • इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग
  • एग्री-टेक
  • एनर्जी
  • एनवायरनमेंट और क्लाइमेट
  • हेल्थ और मेडिकल टेक्नोलॉजी
  • क्वांटम साइंस और स्पेस टेक्नोलॉजी

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