
शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक (MLA Pratap Sarnaik) ने बुधवार को कहा कि पार्टी को भाजपा के साथ फिर से रिश्ते शुरू करने चाहिए. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना विधायकों के एक वर्ग के विद्रोह के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार संकट का सामना कर रही है. ऐसे में प्रताप सरनाइक का ये बयान आया है.
ठाणे के ओवाला-माजीवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक सरनाइक को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने पिछले साल मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा था, जिसमें कहा था कि पार्टी को अपने नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों द्वारा कार्रवाई से बचाने के लिए भाजपा के साथ मिलकर काम करना चाहिए. वहीं बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए, सरनाइक ने कहा कि "मैंने पहले ये विचार रखा था कि शिवसेना को भाजपा के साथ जाना चाहिए."
सरनाइक ने पिछले साल सीएम को लिखे अपने पत्र में कहा था कि हालांकि भाजपा और शिवसेना अब सहयोगी नहीं हैं, उनके नेताओं के अच्छे संबंध हैं और शिवसेना को इसका इस्तेमाल करना चाहिए. बता दें कि ईडी ने हाल ही में नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सरनाइक की 11 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की थी. राज्य में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के कई नेताओं और मंत्रियों को हाल के दिनों में ईडी की कार्रवाई का सामना करना पड़ा है.
वहीं बुधवार की सुबह, शिवसेना के असंतुष्ट नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महाराष्ट्र के बागी विधायकों का एक समूह गुवाहाटी पहुंचा है. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच शहर के बाहरी इलाके में एक लक्जरी होटल में ले जाया गया है. इससे पहले, विधायकों को मंगलवार को मुंबई से गुजरात के सूरत ले जाया गया था. वहीं अब उन्हें असम के गुवाहाटी में भेजा गया है.
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