जंगल के रास्ते आए आतंकवादियों ने एक-एक कर 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया.
मैं पहलगाम हूं, कुछ दिनों पहले यहां पर पर्यटकों की चहल-पहल रहती थी, दूर-दूर से लोग 'मिनी स्विट्जरलैंड' देखने के लिए यहां आते थे. यहां की वादियों में केवल प्यार हुआ करता था. कोई हनीमून के लिए तो कोई परिवार के संग समय बिताने के लिए यहां आता था. लेकिन अब ये हुआ क्या, मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से प्रसिद्ध बैसरन शांत क्यों है? जहां पर लोग बैठकर फोटो खींचते थे और गर्मागर्म मैगी खाते थे, वो जगह अब इतनी उजाड़ क्यों हैं. ये तस्वीरें देखकर मन खुश नहीं है, खाना बिखरा हुआ है और कुर्सियां भी बिखरी हुई हैं.

NDTV की टीम पहुंची है बैसरन जहां पर 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने खूनी खेल खेला था, निहत्थे लोगों पर गोलियां बरसाईं थी. कोई अपने पति के साथ तो कोई अपने पापा के साथ, खुशनुमा पल यहां बिता रहा था. लेकिन तभी जो हुआ उसने कई घरों को हमेशा के लिए उजाड़ दिया. आप इन तस्वीरों के जरिए महससू कर सकते हैं कि वो मंजर कितना खौफनाक रहा होगा. बिखरी कुर्सियां बता रही हैं कि कैसे लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे होंगे.

जंगल के रास्ते आए आतंकवादियों ने एक-एक कर 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. इन लोगों पर ये हमला उस वक्त किया गया जब वो फ़ूड स्टाल पर बैठकर खाना खा रहे थे. तभी जंगल के रास्ते से आए आतंकियों ने गोलियां बरसाना शुरू कर दिया.

इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कि खाने का सामान गिरा हुआ है. जब पर्यटक यहां पर खड़े होकर भेलपूरी खरीद रहे होंगे. उसी समय यहां आतंकी आए होंगे. यहां से भागने की केवल एक ही जगह थी, इसलिए जिस फेंसिंग को तोड़कर आतंकी यहां आए. वहां से ही कुछ लोगों ने भागने की कोशिश की और इस कोशिश के दौरान ही उन्हें चोट लग गई.

जंगल के रास्ते से घुसे आतंकी उसके बाद सीधा एंट्री वाली जगह पर गए, जहां पर खाने के स्टॉल लगे हुए थे. यहां पर पहुंचकर उन्होंने एक-एक को चुन-चुनकर मारा. जो लोग ऊपर की तरफ थे, उन्होंने जैसे ही गोलियों की आवाज सुनीं, बिना देरी किए वहां से भाग गए. इस दौरान कई लोग आतंकवादियों से बचने के लिए पेड़ के पीछे जाकर छुप गए.

ये एक खुला मैदान है, जिसके कारण यहां पर छुपने की कोई जगह नहीं थी. वहीं लोगों को मौत के घाट उतराने के बाद आतंकी जंगल की तरफ वापस भाग गए. बता दें आतंकवाद निरोधक एजेंसी की टीम ने पहलगाम के निकट बैसरन घाटी का दौरा भी किया था और कई सारे सबूत भी इकट्ठा किए हैं.

पुलिस ने पर्यटकों पर हमला करने वाले तीन आतंकवादियों के स्केच भी जारी किए हैं. साथ ही सूचना देने वालों के लिए हर आतंकवादी पर 20-20 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की.

तीनों को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का आतंकवादी बताया गया है और सभी तीनों पर 20-20 लाख रुपये का अलग-अलग इनाम रखा गया है.
- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी.
20 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. - घायलों में स्थानीय निवासी भी शामिल थे.
- इस हमले के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना विदेशी दौरा बीच में ही छोड़कर भारत लौट आए थे.
- बुधवार शाम (23 अप्रैल) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की अहम बैठक में सिंधु जल समझौते समेत कई बड़े फैसले लिए गए थे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं