
मध्य प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने निर्देश दिया है कि 24 घंटे में जांचे 100 कॉपी. चिकित्सा शिक्षा से जुड़े शिक्षकों का कहना है कि मेडिकल के छात्रों की एक कॉपी ढंग से जांचने में कम से कम 25-30 मिनट लगते हैं, इस हिसाब से पूरे दिन भी कॉपी जांचें तो 100 कॉपियां वो जांच नहीं सकते.
चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. जितेन शुक्ला ने 14 जुलाई को 13 सरकारी मेडिकल कॉलेज के तमाम अधिष्ठताओं को एक ख़त भेजा था, जिसमें आदेश दिया गया था कि एमबीबीएस के नतीजे समय पर जारी हों, इसके लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज के एक शिक्षक को एक दिन में 100 कॉपियों के मूल्यांकन का आदेश दिया जाए.
ये आदेश भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, विदिशा, सागर, खंडवा, शहडोल, शिवपुरी, रतलाम, रीवा, दतिया और छिंदवाड़ा के सरकारी मेडिकल कॉलेजों के डीन को भेजा गया है। ख़त में ये भी कहा गया है कि 3 दिन में इसकी प्रगति से विभाग को अवगत कराया जाए नहीं तो उनके खिलाफ जवाबदेही निर्धारित की जाएगी.
कई शिक्षकों का कहना है कि उन्हें मेडिकल कॉलेज में मरीज़ों का इलाज करना होता है, कई और प्रशासनिक काम करने होते हैं ऐसे में एक दिन में 100 कॉपियां जांचना उनके लिये असंभव है.
ये VIDEO भी देखें- सोनिया गांधी ईडी के दफ्तर पहुंचीं, साथ में राहुल-प्रियंका भी मौजूद
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं