"हमारे सीने पर राइफल रखी और...": सूडान से रेस्क्यू किए गए भारतीय ने बयां किया खौफनाक मंजर

Sudan Crisis: सूडान में 72 घंटे के संघर्ष विराम के बाद राजधानी खार्तूम समेत देश के अन्य हिस्सों में झड़पें जारी हैं. पिछले 24 घंटों में 550 से ज्यादा भारतीयों को निकाल लिया गया है. इन्हें सऊदी अरब के जेद्दाह लाया जा चुका है.

नई दिल्ली:

सूडान में दो संघर्षरत गुटों के बीच 72 घंटे के सीजफायर के ऐलान के बाद सभी देश अपने-अपने नागरिकों को निकालने में जुटे हैं. भारत 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत सूडान से अपने नागरिकों को निकाल रहा है. वायुसेना हाल ही में संघर्षग्रस्त सूडान में फंसे करीब 250 भारतीयों के एक जत्थे को लेकर देश लौटी है. दो IAF C-130 J विमानों के जरिए सूडान पोर्ट से 250 से अधिक लोगों को निकाला गया है. इससे पहले बुधवार को सूडान से 135 और फंसे भारतीयों को रेस्क्यू किया गया था.

हिंसा प्रभावित सूडान से निकाले गए भारतीयों ने अपनी आपबीती सुनाई. उन्होंने कहा कि वहां हर रोज खाने का इंतजाम भी बहुत मुश्किल से होता था. सूडान से निकाले गए भारतीय नागरिकों में से एक ने अपना अनुभव शेयर करते हुए न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, "हमें खाने के इंतजाम के लिए बहुत मुश्किल हो रही थी. ऐसा 2-3 दिनों तक जारी रहा."

सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच संघर्ष जारी है. 72 घंटे के संघर्ष विराम के ऐलान के बाद भी हिंसा की खबरें आई हैं. सूडान के सेना प्रमुख अब्देल फतह अल-बुरहान हैं और उनके डिप्टी मोहम्मद हमदान डागलो अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF)के प्रमुख हैं. इन दोनों संगठनों में संघर्ष जारी है.

एक अन्य भारतीय ने ANI को बताया, "रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) की टेंट हमारी कंपनी के पास लगाई गई थी. सुबह करीब 9 बजे सुरक्षाबल हमारी कंपनी में घुस गए और हमारे साथ लूटपाट की. उन्होंने हमें आठ घंटे तक बंधक बनाकर रखा. उन्होंने हमारे सीने पर राइफल रखी और हमें लूट लिया. हमारे मोबाइल-पैसे छीन लिए."

सूडान से निकालकर लाए गए भारतीय नागरिक ने कहा, "हम दूतावास के संपर्क में रहे और उन्हें बसों की व्यवस्था करने के लिए कहा; क्योंकि हमारे पास डीजल था. इसके बाद हमारे पास भारतीय नौसेना पहुंची."

पहले सेना और आरएसएफ दोनों सहयोगी रहे हैं और 2021 के तख्तापलट में उन्होंने देश पर कब्जा कर लिया था. हाल में सेना में आरएसएफ के प्रस्तावित एकीकरण को लेकर तनाव बढ़ गया था. सूडान की मौजूदा स्थिति देश पर नियंत्रण के लिए एक शक्ति संघर्ष है. ज्यादातर लड़ाई राजधानी खार्तूम में हो रही है.

भारत के अलावा ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस और सऊदी समेत कई देशों ने सूडान से अपने-अपने नागरिकों को निकाल लिया है. सऊदी अरब के अनुसार 150 से ज्यादा लोगों को निकालकर जेद्दा पहुंचाया गया. सऊदी के 91 तो भारत समेत अन्य देशों के 66 लोग निकाले गए थे. फ्रांस भी अपने लोगों को वहां से निकाल रहा है. ब्रिटेन ने अपने राजनयिकों और उनके परिवारों को सूडान से निकाल लिया है. जिन देशों के भी लोग वहां संघर्ष के बीच फंसे हैं, उनकी निकासी के अभियान चल रहे हैं.

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