- पश्चिम बंगाल में एसआईआर के दौरान बीजेपी ने टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा BLOs पर दबाव बनाने की शिकायत की है
- BJP ने चुनाव आयोग को बताया कि राज्य सरकार ने BLOs को 18000 रुपये भुगतान नहीं किया है और मदद भी नहीं मिली है
- चुनाव आयोग ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर CEO ऑफिस में सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर कमी पर चिंता जताई है
पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) काम को लेकर बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच ठनी है. चुनाव आयोग के साथ भाजपा प्रतिनिधिमंडल की बैठक के बाद पश्चिम बंगाल के भाजपा सह-प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार और टीएमसी (TMC) कार्यकर्ता बीएलओ (BLO) पर दबाव बना रहे हैं, हमने चुनाव आयोग को इसकी जानकारी दी है.
अमित मालवीय ने कहा कि हमने चुनाव आयोग को पश्चिम बंगाल में SIR के दौरान अव्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी है. राज्य सरकार की तरफ से सभी BLOs को जो 18000 रुपये देने की बात की गई थी, वो अभी तक नहीं दी गई है. पश्चिम बंगाल के वित्त विभाग ने अभी तक उनकी मदद नहीं की.
उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयुक्त को बताया कि पश्चिम बंगाल में सरकार द्वारा डेटी एंट्री ऑपरेटर हायर किए जाने चाहिए थे. उसकी वजह से BLOs को काम करने में आसानी होती, लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार ने अभी तक इनको नियुक्त करने का प्रावधान नहीं बनाया है.
उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह तत्काल इंडिपेंडेंस ऑब्जर्व्स पश्चिम बंगाल में नियुक्त करें जो वोटर सूची को अपडेट करने के काम की निगरानी करें.

चुनाव आयोग ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर को लिखी चिट्ठी
इधर भारत के चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में अपने अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा के संबंध में कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है. उन्होंने लिखा, "ECI के ध्यान में आया है कि 24.11.2025 को पश्चिम बंगाल के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर के ऑफिस में एक गंभीर सिक्योरिटी ब्रीच हुआ है, जिसकी मीडिया में भी खूब रिपोर्टिंग हुई है. CEO के ऑफिस में मौजूदा सिक्योरिटी इस स्थिति को संभालने के लिए काफी नहीं लग रही थी, जिससे चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर, एडिशनल चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर, जॉइंट चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर, डिप्टी चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर और चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर के ऑफिस में काम करने वाले दूसरे ऑफिसर और स्टाफ की सेफ्टी और सिक्योरिटी को खतरा हो सकता था. कमीशन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे CEO के ऑफिस में तैनात ऑफिसर और स्टाफ की सेफ्टी और सिक्योरिटी, उनके घरों पर और आने-जाने के दौरान पक्का करने के लिए हर मुमकिन कदम उठाएं."

बंगाल में SIR के दौरान BLO की मौत पर क्या बोलीं ममता?
वहीं एसआईआर के दौरान BLO की मौत पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकती. मेरे पास पूरा रिकॉर्ड है कि किसने आत्महत्या की है और कौन ट्रॉमा से मरा. कई लोग अभी भी आत्महत्या कर रहे हैं. गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान में BLO की मौत के लिए कौन ज़िम्मेदार है? इसे इतनी जल्दी लागू करने की क्या ज़रूरत थी?.. वे BLO को धमकी देते हैं कि उन्हें जेल में डाल दिया जाएगा और उनकी नौकरी छीन ली जाएगी. मैं आपसे पूछना चाहती हूं, आपकी नौकरी कब तक रहेगी? लोकतंत्र रहेगा लेकिन आपकी नौकरी नहीं रहेगी..."
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