अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
अखिलेश यादव के बयान (अयोध्या में सेना को बुलाना चाहिए) का योगी सरकार मे मंत्री ओपी राजभर ने अपना समर्थन दिया है. अखिलेश यादव की तरह ही ओपी राजभर का भी मानना है कि अयोध्या में शिवसेना और वीएचपी के कार्यक्रम को देखते हुए सेना को लाया जाना चाहिए. दरअसल, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इन हालात को अयोध्या के लिए ख़तरनाक बता रहे हैं. उनकी मांग है कि अयोध्या में फौज बुलाई जाए. पुलिस प्रशासन अपनी तैयारी में जुटा हुआ है. अखिलेश यादव ने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि अयोध्या में वीएचपी और शिवसेना की रैलियों के मद्देनज़र सेना तैनात की जाए.
LIVE: अयोध्या किले में तब्दील, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुंबई से ला रहे हैं मिट्टी, VHP के धर्म संसद पर सबकी नजर
उत्तर प्रदेश के योगी कैबिनेट में मंत्री ओपी राजभर ने स्पष्ट कहा कि मैं अखिलेश (यादव) के बयान का स्वागत करता हूं. अयोध्या में धारा 144 लगा दी गई है, फिर भी प्रशासन वहां लोगों को जमा होने दे रहा है. इसका मतलब है कि वह नाकाम हो चुका है. (अयोध्या में) सेना को लाया जाना चाहिए.
बता दें कि रविवार को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद का धर्म संसद कार्यक्रम है. वहीं, शिवसेना का भी राम मंदिर निर्माण को लेकर अपना अलग कार्यक्रम है, जिसके लिए शिवसेना प्रमुख मुंबई से मिट्टी ला रहे हैं. आज यानी शनिवार को वह अयोध्या पहुंचेंगे.
छह दिसंबर 1992 जब कुछ मिनटों में ही ढाह दी गई थी बाबरी मस्जिद, पढ़ें अयोध्या विवाद का पूरा मामला...
गौरतलब है कि 29 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई अगले वर्ष जनवरी तक के लिए टल गई थी. उसके बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि न्याय में देरी से लोगों को निराशा होती है. वहीं बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा था कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट से देरी है रही है. माधव संघ के उस बयान का बचाव कर रहे थे जिसमें संघ ने कहा था कि राम मंदिर निर्माण के लिए फिर 1992 जैसा आंदोलन किया जाएगा. वहीं बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा संसद में इस मामले पर बिल लाने की बात कह चुके हैं.
LIVE: अयोध्या किले में तब्दील, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुंबई से ला रहे हैं मिट्टी, VHP के धर्म संसद पर सबकी नजर
उत्तर प्रदेश के योगी कैबिनेट में मंत्री ओपी राजभर ने स्पष्ट कहा कि मैं अखिलेश (यादव) के बयान का स्वागत करता हूं. अयोध्या में धारा 144 लगा दी गई है, फिर भी प्रशासन वहां लोगों को जमा होने दे रहा है. इसका मतलब है कि वह नाकाम हो चुका है. (अयोध्या में) सेना को लाया जाना चाहिए.
ओपी राजभर ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए चुनावी अभियान में व्यस्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी हमला बोला है. राजभर ने कहा कि अयोध्या में जब धारा 144 लागू है, तब यूपी के मुख्यमंत्री चुनावी अभियान में रूची ले रहे हैं. जिस तरह की भीड़ इकट्ठा हो गई है, उसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री पर बनती है.Chief Minister (UP CM) is interested in election campaigning when section 144 is imposed in Faizabad (Ayodhya). The kind of crowd that has gathered there... its responsibility will lie with the Chief Minister: UP Minister O P Rajbhar pic.twitter.com/N9z1wQI3H1
— ANI (@ANI) November 24, 2018
बता दें कि रविवार को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद का धर्म संसद कार्यक्रम है. वहीं, शिवसेना का भी राम मंदिर निर्माण को लेकर अपना अलग कार्यक्रम है, जिसके लिए शिवसेना प्रमुख मुंबई से मिट्टी ला रहे हैं. आज यानी शनिवार को वह अयोध्या पहुंचेंगे.
छह दिसंबर 1992 जब कुछ मिनटों में ही ढाह दी गई थी बाबरी मस्जिद, पढ़ें अयोध्या विवाद का पूरा मामला...
गौरतलब है कि 29 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई अगले वर्ष जनवरी तक के लिए टल गई थी. उसके बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि न्याय में देरी से लोगों को निराशा होती है. वहीं बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा था कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट से देरी है रही है. माधव संघ के उस बयान का बचाव कर रहे थे जिसमें संघ ने कहा था कि राम मंदिर निर्माण के लिए फिर 1992 जैसा आंदोलन किया जाएगा. वहीं बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा संसद में इस मामले पर बिल लाने की बात कह चुके हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं