कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को नमो ऐप से डाटा लीक करने का लगाया था आरोप
नई दिल्ली:
डाटा लीक के मामले में अब आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति चरम पहुंच गई है. रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 'नमो ऐप' का डाटा विदेशी कंपनियों को देने का आरोप लगाया था तो आज बीजेपी की ओर से ऐसा ही आरोप राहुल गांधी पर लगा दिया गया है. रविवार को राहुल ने ट्वीट पर लिखा, Hi! मेरा नाम नरेंद्र मोदी है. मैं भारत का प्रधानमंत्री हूं. जब आप मेरे आधिकारिक ऐप के लिए साइन करेंगे तो मैं आपका सारा डेटा अपने अमेरिकी कंपनियों के दोस्तों को दे दूंगा. धन्यवाद मुख्यधारा की मीडिया, आप लोग हमेशा की तरह इस अहम ख़बर को दबाने का बढ़िया काम कर रहे हैं.
राहुल के इस आरोप के जवाब में आज बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, 'Hi! मेरा नाम राहुल गांधी है. मैं देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी का अध्यक्ष हूं. जब आप हमारे आधिकारिक ऐप को साइन अप करेंगे तो हम आप से जुड़ा पूरा डाटा सिंगापुर के दोस्तों को दे देंगे'. इस ट्वीट के साथ ही उन्होंने एक ग्राफिक भी शेयर किया है.
हालांकि राहुल की ओर से लगाए गए आरोप पर बीजेपी ने कल ही सफाई दी थी जिसमें कहा गया था कि जो जानकारी साझा की गई वो आम बात है. राहुल के झूठ के विपरीत, तथ्य ये है कि डेटा केवल एनालेटिक्स के लिए तीसरे पक्ष की सेवा के ज़रिए इस्तेमाल हो रहा है जैसे गूगल एनालेटिक्स करता है. यूज़र डेटा पर एनालेटिक्स उचित सामग्री देने के उद्देश्य से की गई है. विवाद के बाद ऐप पर प्राइवेसी पॉलिसी भी बदल दी गई.
राहुल के इस आरोप के जवाब में आज बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, 'Hi! मेरा नाम राहुल गांधी है. मैं देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी का अध्यक्ष हूं. जब आप हमारे आधिकारिक ऐप को साइन अप करेंगे तो हम आप से जुड़ा पूरा डाटा सिंगापुर के दोस्तों को दे देंगे'. इस ट्वीट के साथ ही उन्होंने एक ग्राफिक भी शेयर किया है.
Hi! My name is Rahul Gandhi. I am the President of India’s oldest political party. When you sign up for our official App, I give all your data to my friends in Singapore. pic.twitter.com/ceCTkod17D
— Amit Malviya (@malviyamit) March 26, 2018
Full marks to @INCIndia for stating upfront that they'll give your data to **practically anyone** - undisclosed vendors, unknown volunteers, even 'groups with similar causes'. In theft of all forms, Congress has never been discreet! pic.twitter.com/FCSIv6nPMn
— Amit Malviya (@malviyamit) March 26, 2018
हालांकि राहुल की ओर से लगाए गए आरोप पर बीजेपी ने कल ही सफाई दी थी जिसमें कहा गया था कि जो जानकारी साझा की गई वो आम बात है. राहुल के झूठ के विपरीत, तथ्य ये है कि डेटा केवल एनालेटिक्स के लिए तीसरे पक्ष की सेवा के ज़रिए इस्तेमाल हो रहा है जैसे गूगल एनालेटिक्स करता है. यूज़र डेटा पर एनालेटिक्स उचित सामग्री देने के उद्देश्य से की गई है. विवाद के बाद ऐप पर प्राइवेसी पॉलिसी भी बदल दी गई.
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