नोएडा के सेक्टर 32 स्थित वेब सिटी प्रोजेक्ट के पीछे कूड़े के डंपिंग ग्राउंड में लगी आग पर अब तक काबू नहीं पाया जा सका है. यह आग बीते शाम को लगी थी. पूरी रात फायर ब्रिगेड की 35 से ज्यादा गाड़ियां आग को बुझाने में लगी हुईं है. लेकिन सुबह हवा के कारण आग और फैल गई. चीफ फायर अफसर के अनुसार आग पर पूरी तरह काबू पाने में दो से तीन दिन तक का समय लग सकता है. आग से निकलने वाली जहरीली गैस और पॉल्यूशन के कारण आसपास के लोगों को सांस लेने में दिक्कत का समाना करना पड रहा है.
कूड़े और हॉर्टिकल्चर द्वारा काट कर रखे गए पेड़ों के अवशेष में ये आग लगी है. इस आग के कारण निकल रहे धुएं से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. लोगों को सडकों पर वाहन चलाने मे परेशानी हो रही है. इसके कारण निठारी, सेक्टर 29, सेक्टर 32, सेक्टर 34 सेक्टर 35, मोरना गांव के लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है.
सेक्टर 35 स्थित एक बड़ा हॉस्पिटल भी इस प्रदूषण की चपेट में आ गया है. जहां मरीज को बहुत परेशानी की सामना करना पड़ रहा है. चीफ फायर अफसर प्रदीप कुमार का कहना है कि इस आग पर काबू पाने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है. इस जगह पर जब पिछले साल मई के महीने में आग लगी थी तो उसको काबू पाने में एक सप्ताह का समय लग गया था.
महाकाल मंदिर में आग लगने से 14 पुजारी झुलसे
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर में सोमवार को भस्म आरती के दौरान आग लगने से सेवकों समेत 14 पुजारी झुलस गए. उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि आग सुबह 5:50 बजे लगी जब पूजा की थाली में गुलाल या रंगीन पाउडर गिर गया, जिसमें जलता हुआ कपूर था. चौदह पुजारी झुलस गए.
नीरज कुमार सिंह ने बताया, आग उस समय लगी जब 'गुलाल' पूजा की थाली पर गिर गया, जिसमें जलता हुआ 'कपूर' था. बाद में आग फर्श पर पर फैल गयी और लपटों में तब्दील हो गयी. कुछ घायलों का इलाज यहां जिला अस्पताल में चल रहा है, जबकि आठ अन्य ने इंदौर में इलाज की मांग की है.
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