वीडियो के द्वारा उस कठिन स्थिति को दिखाया जाएगा जिसका सामना एक लड़की को पैदा होने से पहले करना पड़ता है
नई दिल्ली:
देश में कन्या भ्रूण हत्या और प्रसव पूर्व लिंग परीक्षण की सामाजिक बुराई पर अंकुश लगाने के मकसद से लिंग पहचान किट की बिक्री के खिलाफ ‘नो वर्ल्ड विदाउट गर्ल्स’नामक एक अभियान शुरू किया गया है.
ई-वाणिज्य कंपनी ईबे इंडिया ने बैंड ‘सनम’ के साथ मिलकर इस अभियान की शुरूआत की है. ‘सनम’ इन दिनों सोशल मीडिया में युवाओं के बीच खासा चर्चित बैंड है. इस अभियान के तहत यह बैंड एक वीडियो भी रिलीज करेगा जिसमें उस कठिन स्थिति को दिखाया जाएगा जिसका सामना एक लड़की को पैदा होने से पहले करना पड़ता है.
वीडियो - क्या भ्रूण लिंग पहचान की इजाजत होनी चाहिए?
अभियान की शुरूआत करते हुए ईबे इंडिया की निदेशक (मार्केटिंग) शिवानी सूरी ने कहा, ‘हम ऐसे उत्पाद की बिक्री के खिलाफ हैं जिसमें किसी लड़की के जन्म से पहले उसके बारे में कोई चीज परखी जाए. हम इस अभियान के जरिए युवाओं के बीच जागरूकता पैदा करना चाहते हैं.’
यह भी पढ़ें- कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ आवाज उठाने वाले गांव को एक करोड़ का इनाम
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ई-वाणिज्य कंपनी ईबे इंडिया ने बैंड ‘सनम’ के साथ मिलकर इस अभियान की शुरूआत की है. ‘सनम’ इन दिनों सोशल मीडिया में युवाओं के बीच खासा चर्चित बैंड है. इस अभियान के तहत यह बैंड एक वीडियो भी रिलीज करेगा जिसमें उस कठिन स्थिति को दिखाया जाएगा जिसका सामना एक लड़की को पैदा होने से पहले करना पड़ता है.
वीडियो - क्या भ्रूण लिंग पहचान की इजाजत होनी चाहिए?
अभियान की शुरूआत करते हुए ईबे इंडिया की निदेशक (मार्केटिंग) शिवानी सूरी ने कहा, ‘हम ऐसे उत्पाद की बिक्री के खिलाफ हैं जिसमें किसी लड़की के जन्म से पहले उसके बारे में कोई चीज परखी जाए. हम इस अभियान के जरिए युवाओं के बीच जागरूकता पैदा करना चाहते हैं.’
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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