बिहार में होने वाले चुनाव के मद्देनजर अमित शाह ने परिवर्तन रथों को दिखाई हरी झंडी
पटना:
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पटना में गुरुवार को कहा कि नीतीश ने बिहार की जनता की पीठ में खंजर घोंपा है और जनादेश का अपमान कर लालू के साथ बैठ गए हैं। उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश ने बिहार को बर्बाद कर दिया है।
पटना के गांधी मैदान में परिवर्तन यात्रा के मौके पर शाह ने 160 परिवर्तन रथों को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ये रथ बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दूत बनकर प्रत्येक गांव में पहुंचेंगे और बिहार में परिवर्तन का संदेश देंगे।
उन्होंने कहा, 'अतिपिछड़े समाज का और चाय बेचने वाले गरीब का बेटा जब आज प्रधानमंत्री बना तो उसे गरीबों का दर्द समझ में आया। गरीबों के लिए बैंक के दरवाजे खुल गए। आज गरीबों के विकास की बातें होने लगी हैं।'
शाह के इस बयान पर चिंतन करने के बाद कुछ लोगों ने हालांकि यह कहना शुरू कर दिया है कि पार्टी अध्यक्ष के बयान से स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री बनने से पहले मोदी गरीबों का दर्द नहीं समझ पाते थे।
बीजेपी अध्यक्ष ने लालू और नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि अगर लालू-नीतीश की सरकार बनी, तो एक बार फिर बिहार में जंगलराज आ जाएगा।
उन्होंने कहा, 'आने वाले दिनों में एक बार फिर जाति-मजहब की बातें की जाएंगी, लेकिन इससे विकास नहीं होने वाला है। हम जात-पात की बात नहीं करते। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार बनाइए और हम पुराना गौरव वापस दिलाएंगे।'
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी का सपना कांग्रेस मुक्त देश की श्रृंखला में अब बिहार भी जुड़ने वाला है। 15 साल तक बिहार में शासन करने वाली लालू-राबड़ी सरकार को जनता दु:स्वप्न जान अभी तक भूल नहीं पाई है।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, 'कुछ दिन पहले तक नीतीश एनडीए को सत्ता में लाने और लालू को हटाने की बात करते थे, लेकिन अब लालू के साथ मिलकर एनडीए के विरोध की बात करते हैं।'
उन्होंने कहा कि आखिर नीतीश इतना क्यों बदल गए? शाह ने लालू प्रसाद पर हमला बोलते हुए कहा कि अब लालू की तस्वीर भी न नीतीश कुमार लगाना चाहते हैं और न ही कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी लालू को साथ बैठाती हैं।
नीतीश पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश ने बिहार की जनता के पीठ में खंजर भोंका है। जनादेश का अपमान कर लालू के साथ बैठ गए हैं। शाह ने कहा कि भगवान बुद्ध, महावीर, अशोक, चंद्रगुप्त, प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद, जयप्रकाश नारायण, कर्पूरी ठाकुर की धरती बिहार लालू राज में पूरे देश में बदनाम हो गई।
इस मौके पर बीजेपी के तमाम नेताओं के अलावा एनडीए के घटक दलों के नेता रामविलास पासवान और उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी भी मौजूद रहे।
पटना के गांधी मैदान में परिवर्तन यात्रा के मौके पर शाह ने 160 परिवर्तन रथों को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ये रथ बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दूत बनकर प्रत्येक गांव में पहुंचेंगे और बिहार में परिवर्तन का संदेश देंगे।
उन्होंने कहा, 'अतिपिछड़े समाज का और चाय बेचने वाले गरीब का बेटा जब आज प्रधानमंत्री बना तो उसे गरीबों का दर्द समझ में आया। गरीबों के लिए बैंक के दरवाजे खुल गए। आज गरीबों के विकास की बातें होने लगी हैं।'
शाह के इस बयान पर चिंतन करने के बाद कुछ लोगों ने हालांकि यह कहना शुरू कर दिया है कि पार्टी अध्यक्ष के बयान से स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री बनने से पहले मोदी गरीबों का दर्द नहीं समझ पाते थे।
बीजेपी अध्यक्ष ने लालू और नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि अगर लालू-नीतीश की सरकार बनी, तो एक बार फिर बिहार में जंगलराज आ जाएगा।
उन्होंने कहा, 'आने वाले दिनों में एक बार फिर जाति-मजहब की बातें की जाएंगी, लेकिन इससे विकास नहीं होने वाला है। हम जात-पात की बात नहीं करते। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार बनाइए और हम पुराना गौरव वापस दिलाएंगे।'
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी का सपना कांग्रेस मुक्त देश की श्रृंखला में अब बिहार भी जुड़ने वाला है। 15 साल तक बिहार में शासन करने वाली लालू-राबड़ी सरकार को जनता दु:स्वप्न जान अभी तक भूल नहीं पाई है।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, 'कुछ दिन पहले तक नीतीश एनडीए को सत्ता में लाने और लालू को हटाने की बात करते थे, लेकिन अब लालू के साथ मिलकर एनडीए के विरोध की बात करते हैं।'
उन्होंने कहा कि आखिर नीतीश इतना क्यों बदल गए? शाह ने लालू प्रसाद पर हमला बोलते हुए कहा कि अब लालू की तस्वीर भी न नीतीश कुमार लगाना चाहते हैं और न ही कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी लालू को साथ बैठाती हैं।
नीतीश पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश ने बिहार की जनता के पीठ में खंजर भोंका है। जनादेश का अपमान कर लालू के साथ बैठ गए हैं। शाह ने कहा कि भगवान बुद्ध, महावीर, अशोक, चंद्रगुप्त, प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद, जयप्रकाश नारायण, कर्पूरी ठाकुर की धरती बिहार लालू राज में पूरे देश में बदनाम हो गई।
इस मौके पर बीजेपी के तमाम नेताओं के अलावा एनडीए के घटक दलों के नेता रामविलास पासवान और उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी भी मौजूद रहे।
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