
- महाराष्ट्र विधानभवन में हुई मारपीट के मामले में नितीन देशमुख और ऋषिकेश टकले को गिरफ्तार किया गया है. दोनों को किला कोर्ट में पेश किया जाएगा.
- गृह राज्य मंत्री पंकज भोयर ने इस घटना का राजनीतिकरण न करने और समस्या के समाधान पर जोर दिया है.
- एनसीपी नेता रोहित पवार ने कहा कि सत्ता में बैठे विधायक कानून को अपने हाथ में लेकर विधानसभा की गरिमा को नुकसान पहुंचाते हैं.
विधान भवन मारपीट प्रकरण में नितीन देशमुख और ऋषिकेश टकले को गिरफ्तार कर लिया गया है. शुक्रवार दोपहर में दोनों को किला कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस ने दोनों के खिलाफ दर्ज पुराने मामलों की जानकारी मंगवाई है. मारपीट की घटना पर गृह राज्य मंत्री (ग्रामीण) पंकज भोयर ने कहा कि इस घटना का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए, दोनों पक्षों को मुद्दे को समझना चाहिए. समस्याओं को बढ़ाने के बजाय उनका समाधान किया जाना चाहिए.
सत्ता में बैठे विधायक कानून को अपने हाथ में लेते है
महाराष्ट्र विधानसभा परिसर में मारपीट से लेकर देर रात पुलिस थाने तक चले हंगामे पर शरद पवार गुट एनसीपी नेता रोहित पवार ने कहा कि विधानसभा पवित्र स्थान है. चुने हुए विधायक आम लोगों के मुद्दे उठाने यहां आते हैं. इस पवित्र जगह पर कानून बनते हैं, लेकिन सत्ता में बैठे विधायक कानून को अपने हाथ में लेते है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी विधायक गोपीचंद पडलकर मकोका और कई तरह के अपराधों में शामिल लोगों को साथ लाए थे. आव्हाड को धमकी भी दी गई थी. विधायकों को ऐसी धमकियाँ मिलती हैं, लेकिन स्पीकर को बताने के बाद भी कुछ नहीं होता.
महाराष्ट्र विधानभवन में हुई हाथापाई
बता दें कि एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के विधायक जितेंद्र आव्हाड और बीजेपी विधायक गोपीचंद पडलकर के समर्थकों के बीच महाराष्ट्र विधानभवन में गुरुवार को हाथापाई हुई थी.आव्हाड और पडलकर के बीच बुधवार को तीखी बहस हुई थी, जिसके एक दिन बाद यह घटना हुई. विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए घटना की रिपोर्ट तलब की है.
हाथापाई के बीच बिगड़ गई थी स्थिति
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर की लॉबी में दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच झड़प हुई, जिसके बाद कुछ देर के लिए स्थिति बिगड़ गई लेकिन वहां मौजूद लोगों ने दोनों समूहों को अलग कर दिया. सुरक्षाकर्मियों ने दोनों समूहों के एक-एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया था.
पडलकर ने घटना पर क्या कहा?
हालांकि पडलकर ने पत्रकारों से कहा कि उनको इस घटना के बारे में कुछ नहीं पता. इस बारे में आव्हाड से पूछा जा सकता है. वह इस घटना में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं जानते. इसके बाद बीजेपी विधायक ने वरिष्ठ मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले से मुलाकात कर घटना पर खेद जताया था. वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि यह घटना विधानमंडल की गरिमा के अनुकूल नहीं है.
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