केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' सोमवार को JNU स्टूडेंट का विरोध प्रदर्शन तेज होने पर यहां अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) में 6 घंटे से भी अधिक समय तक फंसे रहे और उन्हें दिन में अपने दो कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा. 'निशंक' उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ JNU के तीसरे दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए AICTE गए थे. नायडू हालांकि विरोध प्रदर्शन तेज होने से पहले ही परिसर से चले गये थे और निशंक को कैंपस के भीतर ही रहना पड़ा. एचआरडी मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी ने कहा था, ''वह अंदर है. लेकिन स्थिति को संभाल लिया गया है. मंत्री ने JNUSU अध्यक्ष से बात की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर गौर किया जाएगा.''
JNU में दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों का फीस बढ़ोतरी को लेकर हंगामा, किया विरोध प्रदर्शन
मंत्री शाम लगभग चार बजकर 15 मिनट पर AICTE कैंपस से निकले और दीक्षांत समारोह के बाद शास्त्री भवन में प्रस्तावित उनके कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा. हॉस्टल फीस बढ़ाने के खिलाफ विरोध जताने के लिए सैकड़ों की संख्या में छात्र एआईसीटीई मुख्यालय के बाहर इकट्ठे हुए थे. छात्र एआईसीटीई की ओर मार्च करना चाहते थे जहां एक ऑडिटोरियम में नायडू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे.
छात्रों के विरोध के बाद JNU प्रशासन ने कहा, पार्थ सारथी रॉक वाला क्षेत्र स्थाई तौर पर बंद नहीं
JNU से लगभग तीन किलोमीटर दूर एआईसीटीई के द्वारों को बंद कर दिया गया और सुबह शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर परिसरों के बाहर सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया. एक अधिकारी ने बताया कि जेएनयू परिसर के उत्तरी और पश्चिमी द्वारों के बाहर और बाबा बालकनाथ मार्ग पर एआईसीटीई ऑडिटोरियम और जेएनयू के बीच स्थित सड़क पर बैरिकेड लगाए गये है. पुलिस ने बताया कि छात्रों ने इन बैरिकेड को तोड़ दिया और पूर्वान्ह्र लगभग साढ़े 11 बजे एआईसीटीई की तरफ बढ़ने लगे। कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया.
Video: हॉस्टल की बढ़ी हुई फीस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं छात्र
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं