सरकार की ओर से छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाने और फिर अपने इस फैसले को वापस लिए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी लगातार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाने साध रही है. कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि ब्याज को घटाने और फिर बहाली के मुद्दे पर इतना बड़ा फ़ैसला ‘चूक' से कैसे हो गया. सरकार इसका खुलासा करे. वित्त मंत्री को अपने पद पर बने रहने का हक नहीं. सरकार ये भी बताए कि अगली तिमाही में क्या फैसला लिया जाने वाला है.
इनके अलावा रणदीप सुरजेवाला ने निशाना साधते हुए सवाल किया था कि ‘वह सरकार चला रही हैं या सर्कस.' मुख्य विपक्षी पार्टी ने यह भी कहा कि अब निर्मला को वित्त मंत्री के पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के यू-टर्न पर कांग्रेस का निशाना : आप सरकार चला रही हैं या सर्कस ?
राजीव शुक्ला ने साथ ही कहा कि कोर्ट ने ‘ऑपरेशन लोट्स' की जांच के आदेश दिए हैं. निष्पक्ष जांच के लिए जरूरी है कि कर्नाटक सीएम को हटाया जाए या वे इस्तीफ़ा दें. ममता बनर्जी की चिट्ठी पर राजीव शुक्ला ने कहा, राहुल गांधी हमेशा विपक्ष की एकजुटता की बात करते रहते हैं। ये पत्र कांग्रेस अध्यक्ष को लिखा गया है वे पत्र का जवाब देंगी। कांग्रेस ने को विपक्षी एकजुटता के लिए हमेशा कोशिश की है।
छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वाले लोगों को झटका देते हुए सरकार ने बुधवार को लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) और एनएससी (राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र) समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 1.1 प्रतिशत तक की कटौती की थी. यह कटौती एक अप्रैल से शुरू वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही के लिये की गयी थी.
छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाने की घोषणा पर सरकार ने लिया यू-टर्न
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