NEET-UG 2024 से संबंधित याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि NTA शनिवार 12 बजे तक सेंटर वाइज NEET- UG के अंक वेबसाइट पर प्रकाशित करे. ये भी निर्देश दिया कि छात्रों की पहचान छुपाए. अब इस मामले में अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी. इसके साथ ही सुनवाई के दौरान सीजेआई ने NTA को कहा कि छात्रों के मार्क्स सेंटर की सूची के साथ जारी करें. पटना में परीक्षा का पहला पेपर ब्रीच हुआ था, इसमें अब कोई शंका नहीं है. कोर्ट ने NTA से आज कई सवाल पूछे. CJI ने NEET पास करने वाले टॉप 100 की लिस्ट पढ़ी और कहा कि ये देश भर से आए. 100 टॉपर्स में से आंध्र प्रदेश, बिहार और गुजरात से सात-सात टॉपर हैं, हरियाणा से चार, दिल्ली से तीन, कर्नाटक से 6, केरल से 5, महाराष्ट्र से 5, तमिलनाडु से 8, उत्तर प्रदेश से 6, पश्चिम बंगाल से 5...इससे साफ है कि 100 टॉपर्स देश के 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश से आए हैं. सुनवाई के दौरान NTA ने कहा कि छात्र केवल शहर चुन सकते हैं, परीक्षा केन्द्र नहीं. साथ ही छात्रों को परीक्षा केन्द्र सिस्टम के जरिए आवंटित होते हैं. जानें सुप्रीम कोर्ट में क्या-क्या दलीलें दी गई. (बहस के दौरान क्या-क्या कहा)
- CJI ने याचिकाकर्ता से कहा- परीक्षा रद्द करने के लिए आप अदालत में ठोस आधार दीजिए. याचिकाकर्ता ने कहा कि 550-720 अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों की संख्या पांच गुना है. 550 से 720 अंक पाने वाले छात्रों की संख्या में 77,000 की वृद्धि हुई है. सीजेआई ने कहा कि क्या यह लीक का संकेत हो सकता है? याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि यह खतरे की घंटी है. CJI ने पूछा-2022 में कितने छात्र परीक्षा में शामिल हुए. याचिकाकर्ता ने जवाब दिया कि 17 लाख 54 से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा में शामिल हुए, 2023 में 20 लाख से ज्यादा छात्र परीक्षा में शामिल हुए, 2024 में 23 लाख 33 हजार छात्र शामिल हुए.
- याचिकाकर्ता का दावा प्राइवेट कोरियर कंपनी के जरिए पेपर शहरों में भेजे गए. 571 शहरों के SBI और केनरा बैंक में भेजा गया. कोरियर के भेजने और बैंक तक पहुंचने में 9 दिनों का समय लगा.
- CJI ने पूछा कि आपकी दलील है कि लीक व्यापक और व्यवस्थित है- आप इसे कैसे कड़ीबद्ध करेंगे. याचिकाकर्ता ने कहा कि NTA द्वारा परीक्षा आयोजित करने में एक व्यवस्थित विफलता है. विफलता बहुआयामी है. क्रमवार: प्रश्नपत्रों के परिवहन में समझौता हुआ. 6 दिनों तक प्रश्नपत्र एक निजी कूरियर कंपनी के हाथों में रहे. प्रश्नपत्रों को हजारीबाग में एक ई-रिक्शा में ले जाया गया. इसे बैंक ले जाने के बजाय ई-रिक्शा चालक ने स्कूल ले जाया. हुड्डा ने कहा कि ई-रिक्शा पर पेपर ले जाते हुए तस्वीरें मौजूद हैं और स्कूल के प्रिंसिपल को लीक के लिए गिरफ़्तार किया गया है। हुड्डा ने कहा कि वह NTA और सिटी कोऑर्डिनेटर का हिस्सा थे. लीक हुए पेपर का प्रसार 3 मई को ही शुरू हो गया था. टेलीग्राम वीडियो के साक्ष्य बताते हैं कि हल किए गए पेपर 4 मई को ही प्रसारित किए जा रहे थे. पढ़ें SC का आदेश
- सुप्रीम कोर्ट का याचिकाकर्ता से सवाल- लीक हुए पेपर से पैसे कमाने वाले लोग इसे बड़े पैमाने पर क्यों प्रसारित करेंगे? किसी के ऐसा करने का विचार NEET परीक्षा को राष्ट्रीय स्तर पर तमाशा बनाने का नहीं है. लोग पैसे के लिए ऐसा कर रहे थे इसलिए जो कोई भी इससे पैसे कमा रहा है, वह इसे बड़े पैमाने पर प्रसारित नहीं करेगा. दरअसल-याचिकाकर्ता की ओर से हुड्डा ने कहा था कि परीक्षा से एक दिन पहले टेलीग्राम चैनल पर प्रश्नपत्र प्रसारित किया गया था जो एक व्यवस्थित विफलता है और परीक्षा की पवित्रता से समझौता किया है.
- SG ने SC में कहा कि सीबीआई ने प्रिंटर से लेकर सेंटर तक की पूरी चेन की जांच की है. सीलिंग कैसे हुई, जीपीएस ट्रैकिंग कैसे हुई. डिजिटल लॉकर कैसे हैं...मैंने इसकी जानकारी दे दी है. 7 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था है.
- SG ने SC में कहा कि सीबीआई ने प्रिंटर से लेकर सेंटर तक की पूरी चेन की जांच की है. सीलिंग कैसे हुई, जीपीएस ट्रैकिंग कैसे हुई. डिजिटल लॉकर कैसे हैं...मैंने इसकी जानकारी दे दी है. 7 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था है.
- CJI ने SG से पूछा कि आपने NEET के पेपर भेजने के लिए एक निजी कूरियर कंपनी को नियुक्त किया है? CJI ने कहा कि उनके हिसाब से छात्रों को पेपर रटाया गया था, जिसके मतलब ये है कि पेपर 5 मई की सुबह नहीं बल्कि 4 रात में लीक हुआ? क्योंकि पेपर सॉल्व कर लिया गया था ताकि पेपर रटाया जा सके. दूसरा ये भी हो सकता है कि पेपर जब बैंक से निकला हो तब हुआ हो, लेकिन दो घंटे में पेपर सॉल्व करना और रटाना संभव नहीं होगा. क्या ये संभव है की इतनी सुबह 9.20 से 10 बजे के बीच 180 सवालों के जवाब सॉल्व हो जाए. 45 मिनट में क्या सभी सवाल सॉल्व कर लिए गए SG ने जवाब दिया 7 सॉल्वर थे. उनके पास समय नहीं था.
- SG ने कहा कि हमारा अनुमान है कि लीक से 150 से अधिक छात्र लाभान्वित नहीं हुए हैं. लीक सुबह 8:02 बजे के बाद हुआ. ये सुबह 7:30 बजे बैंक से रवाना हुआ. इसे पाने वाले कुल छात्रों की संख्या 150 से अधिक नहीं होगी... यात्रा मार्ग के प्रत्येक चरण पर निरीक्षण और जांच की गई.
- CJI ने कहा कि हमारे पास सिर्फ आंकड़े ही बचे हैं. क्या हम सिर्फ इसी आधार पर पूरी परीक्षा रद्द कर सकते हैं? पटना और हजारीबाग में क्या लिंक है? एसजी ने कहा कि हजारीबाग में घटना हुई. लिंक पटना से जुड़ा था. हजारीबाग के स्कूल में ब्रीच हुआ। पटना हजारीबाग से जुड़ा हुआ है. SG ने कहा कि आरोपियों ने नया मोबाइल फोन और सिम खरीदा ताकि सर्कुलेट न हो.
- CJI बोले- यानी ब्रीच हजारीबाग में हुई, फिर पटना तक पहुंचा, लेकिन सवाल ये है कि एक घंटे में पेपर सॉल्व हुए? ब्रीच हजारीबाग में हुआ. हजारीबाग में समाधान हुआ और पटना भेजा गया. सब कुछ 45 मिनट में हुआ?
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