
NEET UG 2025 की परीक्षा रविवार को देशभर के 548 शहरों में 5453 केंद्रों पर सफलतापूर्वक संपन्न हुई, जिसमें 20.8 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया. यह परीक्षा दूसरे देशों के 14 शहरों में भी आयोजित की गई. राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और राज्य प्रशासन के साथ तालमेल बनाकर परीक्षा की निगरानी के लिए Whole-of-Government अप्रोच अपनाई. शिक्षा मंत्रालय के तहत एक केंद्रीकृत कंट्रोल रूम बनाया गया जिसमें स्वास्थ्य, रक्षा, गृह और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय के प्रतिनिधि शामिल थे.
NEET 2025 की परीक्षा पर विशेषज्ञ का आंकलन
भौतिकी: छात्रों के अनुसार पेपर पिछले वर्ष की तुलना में कठिन था, जिसमें जेई एडवांस्ड स्तर के कुछ प्रश्न शामिल थे. इस वर्ष 720 अंक प्राप्त करना एक या दो छात्रों के लिए ही संभव लगता है.
रसायन विज्ञान: अकार्बनिक प्रश्नों की संख्या बढ़ी, लेकिन प्रश्न एनसीईआरटी से थे. संख्यात्मक प्रश्न कठिन थे और सीधे सूत्र-आधारित नहीं थे, जो एनसीईआरटी स्तर से ऊपर थे. कार्बनिक रसायन भी एनसीईआरटी स्तर से ऊपर था.
जीव विज्ञान: प्रश्न एनसीईआरटी पुस्तक से थे, जो उन छात्रों के लिए कठिन नहीं था जिन्होंने एनसीईआरटी में महारत हासिल की थी. हालांकि एक गणित का प्रश्न संभाव्यता पर छात्रों को परेशान कर गया.
कटऑफ के बारे में उम्मीदें
इस साल कटऑफ कम रहने की संभावना है, क्योंकि पिछले वर्ष 81000 छात्रों ने 600 से अधिक अंक प्राप्त किए थे, जबकि इस वर्ष यह संख्या 15000 से 20000 के बीच हो सकती है. इस वर्ष परीक्षा में सख्ती बरती गई, जिसके परिणामों से पता चलेगा कि पिछले वर्ष किसने अनियमितता की थी, बशर्ते एनटीए डेटा तुलना ठीक से करें.
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
सभी की नजरें सीकर पर हैं, जहां पिछले वर्ष 17% छात्रों ने 600 से अधिक अंक प्राप्त किए थे, जबकि राष्ट्रीय औसत 2-3% है. ओएमआर शीट: यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ओएमआर गेम फिर से खेला जाएगा.
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